इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा है कि भविष्य में पाकिस्तान दूसरे देशों की लड़ाइयां नहीं लड़ेगा. इमरान खान ने यह बात आर्मी हेडक्वॉर्टर में एक कार्यक्रम के दौरान कही. उन्होंने रावलपिंडी में गुरुवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में कहा कि वह शुरू से इस युद्ध के खिलाफ थे. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार की पॉलिसी राष्ट्र के सर्वोच्च हित में होगी. पाकिस्तान की आर्म्ड फोर्सेस की आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 'आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को तब तक जारी रखेगी जब तक यह पूरी तरह से तार्किक है.'

इमरान खान ने कहा कि जिस तरह से पाकिस्तान की सेना ने आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ी वैसा किसी और देश ने नहीं किया. उन्होंने कहा कि देश को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा बल और खुफिया एजेंसियों की भूमिका अनोखी है.

इमरान खान ने कहा हमारे पर खनिजों की संपदा है. अलग-अलग भौगोलिक स्थिति और 4 मौसम हैं और हमें सिर्फ ईमानदारी से काम करने की जरूरत है ताकि देश महान बन सके. खान ने कहा कि हम मानव संसाधन में निवेश करेंगे. बच्चों को स्कूल भेजने, अस्पताल तैयार करने और मेरिट सिस्टम बना कर सभी के साथ व्यवहार हो, यह निश्चित करेंगे. उन्होंने यह सब मदीना के पहले मुस्लिम राज्य के आधार पर किया जाएगा.

प्रशासन और सेना के बीच विभाजन की बात को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश के सामने आने वाले मुद्दों के बारे में एक समान सोच रखने वाले हैं. खान ने कहा कि सेना, पाकिस्तान में एकमात्र कार्यरत संस्था हैं जहां कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होता और सब कुछ योग्यता पर चल रहा है.