नई दिल्ली: कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस सहित करीब 13 विपक्षी दलों की युवा इकाइयों ने विभिन्न मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए 'यूनाइटेड यूथ फ्रंट' नामक साझा मंच का गठन किया है. इन संगठनों ने मंगलवार को हुई बैठक में फैसला किया कि 'बेरोजगारी, आर्थिक भ्रष्टाचार, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बार-बार बढ़ोतरी और सामाजिक सद्भाव को खराब करने वाले माहौल' के खिलाफ आने वाले दिनों में 'राष्ट्रव्यापी आंदोलन' शुरू किया जाएगा. भारतीय युवा कांग्रेस की ओर से बुलाई गई इस बैठक समाजवादी पार्टी, राकांपा, फॉरवर्ड ब्लॉक, भाकपा, राष्ट्रीय लोक दल, आईयूएमएल की युवा इकाइयों के अध्यक्ष शामिल हुए. बैठक के बाद युवा कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद यादव ने संवाददाताओं से कहा, ''आज देश और युवाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई. जिस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, उस पर भी चर्चा हुई.''

उन्होंने कहा, ''यह फैसला किया गया कि हम बेरोजगारी, आर्थिक भ्रष्टाचार, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी और सद्भावना के माहौल को खराब किये जाने के खिलाफ आंदोलन करेंगे. यह आंदोलन राष्ट्रव्यापी होगा.'' यादव ने कहा कि इस महीने के आखिर में दिल्ली में मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, जिनमें इन सभी संगठनों के लोग शामिल होंगे.

उन्होंने कहा, ''आज की बैठक में शामिल हुए सात दलों की युवा इकाइयों के अलावा हमें बसपा, द्रमुक, जद(एस) और कुछ अन्य विपक्षी दलों का समर्थन है। करीब 13 दलों के युवा संगठनों का इस यूनाइटेड यूथ फ्रंट को समर्थन है.'