नई दिल्ली: निशाना साधा है। राज्यसभा सांसद ने लगातार बढ़ रही कीमतों की निंदा की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने कहा कि, “सरकार पेट्रोल की कीमत को 48 रुपये प्रति लीटर से नीचे लाए। इससे ज्यादा वसूलना रंगदारी है।” गौरतलब है कि पूरे देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 31 पैसे बढ़कर 79.15 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई, वहीं डीजल की कीमत में 39 पैसे की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। डीजल की कीमत सोमवार को दिल्ली में 71.15 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। इसी तरह मुंबई में पेट्रोल की कीमत 58 पैसे बढ़कर 86.56 रुपये प्रति लीटर और 44 पैसे की बढ़ोत्तरी के साथ डीजल की कीमत 75.54 रुपये पर पहुंच गई।

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को आरोप लगाया था कि देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने के पीछे की वजह ‘बाहरी तत्व’ हैं। लेकिन यह बढ़ोत्तरी अस्थायी है। गुजरात के सूरत में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि, “क्रूड ऑयल के उत्पादन में कमी भारत में इसकी कीमतों में बढ़ोत्तरी की एक वजह है। ओपेक (तेल निर्यातक देशों का संगठन) ने वादा किया है कि वह उत्पादन में एक मिलियन बैरल प्रतिदिन की बढ़ोत्तरी करेगा, जो अभी नहीं बढ़ा है। इसके अलावा वेनेजुएला और इरान में समस्याएं काफी बढ़ रही है। इस वजह से उत्पादन में कमी के कारण तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ रहा है। एक वजह यह भी है कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कमजोर हो रही है। अमेरिका की पृथक नीतियों की वजह से दुनियाभर में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अन्य मुद्राओं की कीमतें गिर रही हैं। भारत की मुद्रा की कीमत भी गिरी है। तेल की कीमत असामान्य रूप से बढ़ी है।”

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि देश में पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ने के पीछे 'बाहरी कारक' जिम्मेदार हैं और ईंधन कीमतों में बढ़ोत्तरी का यह दौर अस्थायी है।

बता दें कि पहले प्रत्येक महीने की पहली तारीख और 16 तारीख को पेट्रोल व डीजल की कीमतों को संशोधित किया जाता था। लेकिन पिछले साल जून महीने से अब प्रतिदिन सुबह छह बजे पेट्रोल व डीजल की कीमतें तय होती है।