(राहुल मिश्रा)

शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में कथित रूप से बलात्कार पीड़ित महिला ने अपने बेटे समेत आत्मदाह के मामले में थानाध्यक्ष व दो दरोगाओं को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने आरोपी कथित डॉक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया है।

जनपद के परौर थाना अंतर्गत सोन गांव में रहने वाली 28 वर्षीय महिला से इलाज के बहाने अमृतापुर के रहने वाले झोलाछाप डॉक्टर विनय कुमार ने 18 अगस्त को बलात्कार किया था। इसके बाद महिला ने दिल्ली में काम कर रहे अपने पति को बुलाया और थाने गई। जहां पुलिस ने मुकदमा दर्ज ना करके गांव के लोगों के साथ सुलह समझौता करा दिया था।

आरोप है कि पुलिस द्वारा कार्यवाही ना करने से व्यथित होकर महिला ने 29 अगस्त को अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। इससे उसका 3 वर्षीय बेटा मयंक भी झुलस गया। कल शाम महिला की इलाज के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई।

पुलिस अधीक्षक डॉक्टर एस एस चिनप्पा ने बताया कि कल जैसे ही घटना उनके संज्ञान में आई उन्होंने तत्काल पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुभाष चंद्र शाक्य को घटनास्थल पर भेजा। जो आज भी वही पर रह कर पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। मामले में उनके रिपोर्ट पर प्रथम दृष्टया परौर थानाध्यक्ष सुभाष कुमार, दरोगा लाल सिंह राणा व लोकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि दरोगा लाल सिंह राणा, लोकेश पर रिपोर्ट दर्ज न करने एवं समझौता कराने के कारण रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। तथा आरोपी झोलाछाप डॉक्टर विनय कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
डॉ चिनप्पा ने बताया कि पीड़िता और आरोपी के मध्य समझौता कराने में जो भी लोग शामिल थे उनकी पहचान कर उन पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है।