ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय का दीक्षान्त समारोह सम्पन्न

लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं कुलाधिपति राज्य विश्वविद्यालय श्री राम नाईक ने आज ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पदक एवं उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश के पूर्व मंत्री डाॅ0 अम्मार रिज़वी को डी0लिट0 की मानद उपाधि प्रदान की गई। देश से बाहर होने के कारण डाॅ0 अम्मार रिज़वी के स्थान पर उनके पुत्र ने उपाधि ग्रहण की।

राज्यपाल ने कहा कि पूर्व में कई विश्वविद्यालयों में दो-तीन वर्षों तक दीक्षान्त समारोह सम्पन्न नहीं होते थे परन्तु गत वर्ष सभी विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह निर्धारित समयावधि तथा भारतीय वेशभूषा में सम्पन्न हुए। गत वर्ष सभी 28 विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह 253 दिवसों में सम्पन्न हुए जबकि इस वर्ष 24 अगस्त से प्रारम्भ होकर 15 नवम्बर 2018 तक अर्थात् कुल 84 दिनों में सभी 28 विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह सम्पन्न हो जायेंगे। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालयों में अब शैक्षिक कैलेण्डर के अनुसार कार्य हो रहा है।

श्री नाईक ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार हो रहा है और हम तेजी से इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। दीक्षान्त समारोह विश्वविद्यालय के शैक्षिक कैलेण्डर के साथ-साथ विद्यार्थियों के जीवन का भी महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। दीक्षान्त समारोह के बाद आपको दुनिया की स्पर्धा में शामिल होना होता है। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि आपको अपने माता-पिता एवं शिक्षकों द्वारा आपके उज्जवल भविष्य के लिये किये गये कार्यों को सदैव स्मरण रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र अपने छात्र धर्म का पालन करें।

राज्यपाल ने उच्च शिक्षा में महिलाओं के प्रदर्शन पर अपने विचार व्यक्त करते हुये बताया कि उत्तर प्रदेश में सम्पन्न हुये गत शैक्षणिक वर्ष में 28 राज्य विश्वविद्यालयों में 15.60 लाख उपाधियाँ वितरित की गयी जिनमें 51 प्रतिशत उपाधियाँ छात्राओं को प्राप्त हुई। उत्कृष्ट प्रदर्शन कर पदक प्राप्त करने वालों में 66 प्रतिशत लड़कियाँ रही। प्रदेश की उच्च शिक्षा में छात्राएं संख्या में बराबर तथा गुणवत्ता में लड़कों से आगे जा रही हैं। छात्राओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन महिला सशक्तीकरण का परिचायक है। उन्होंने कहा कि यह दृश्य देश एवं शिक्षा व्यवस्था के लिए शुभ संकेत है।

श्री नाईक ने छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुये कहा कि खुले आकाश में आप विचरण को तैयार हैं। परन्तु आज देशों के बीच का अंतर कम होते जा रहा है संसाधन सीमित होते जा रहे हैं इसलिये स्पर्धा बढ़ गयी है। कड़ी मेहनत सेे अपनी गुणवत्ता बढ़ाकर वैश्विक स्पर्धा के लिए स्वयं को तैयार करें। जीवन में जो भी लक्ष्य निर्धारित किया है उसे प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत, प्रमाणिकता और पारदर्शिता से काम लें। शार्टकट स्थायी नहीं होता। उन्होंने कहा कि जीवन में कामयाबी के लिए निरन्तर आगे बढ़ते रहना चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि देश बदल रहा है। हमारे युवाओं के सम्मुख नई-नई चुनौतियाँ सामने हैं। रोजगार के साधन सीमित है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘स्किल्ड इण्डिया’, ‘स्टार्ट अप इण्डिया’ एवं ‘स्टैण्ड अप इण्डिया’ जैसी महत्वांकाक्षी योजनाओं का शुभारम्भ किया गया है। स्वावलम्बी बनाने एवं स्वरोजगार के लिये ऐसी योजनाएं महत्वपूर्ण होती हैं। युवाओं को कौशल विकास पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार तलाशने के स्थान पर स्वयं उद्यमी बनकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का प्रयास करना चाहिए।
श्री नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश का देश के विकास में महत्वपूर्ण स्थान है। आबादी की दृष्टि से विश्व के केवल तीन देशों अमेरिका, चीन एवं इण्डोनेशिया की जनसंख्या उत्तर प्रदेश से अधिक है। उपलब्ध मानव संसाधन हमारी पूंजी है। माह फरवरी में आयोजित इंवेस्टर्स समिट से प्रदेश में औद्योगिक निवेश का माहौल बना है तथा प्रदेश में 4.28 लाख करोड़ रूपये का निवेश हुआ है। प्रदेश में बिजली की उपलब्धता एवं कानून-व्यवस्था में हुये परिवर्तन के चलते निवेशकों का उत्तर प्रदेश में विश्वास बढ़ा है। राज्य सरकार के ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना की ब्राडिंग से जहाँ प्रत्येक जनपद के उत्पाद को विशिष्ट पहचान मिलेगी वहीं रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।

न्यायमूर्ति एम0सी0 सिद्दीकी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह महत्वूपर्ण नहीं है कि आपने क्या पाया बल्कि महत्वूपर्ण है कि आपने समाज को क्या दिया। देश एवं समाज की भलाई के लिये काम करें। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में सफलता के लिए महत्वपूर्ण टिप्स भी दिये।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति एम0सी0 सिद्दीकी, ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू, अरबी-फारसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 माहरूख मिर्जा, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट, डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 विनय पाठक, श्री अमित गुप्ता, विश्वविद्यालय कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, शिक्षकगण, अधिकारीगण, अभिभावकगण, छात्र-छात्रायें एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।