नई दिल्ली: अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव बैंक (ADCB) और इसके चेयरमैन अजय पटेल ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के खिलाफ अलग-अलग अपराधिक मानहानि के मुकदमे दर्ज करवाए। ये केस नोटबंदी पर दाखिल एक आरटीआई के आधार पर बैंक पर की गई टिप्पणियों को लेकर की गई हैं। 22 जून को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने आरटीआई के जवाब के हवाले से दावा किया था कि बैंक ने नोटबंदी के ऐलान के बाद 5 दिन के अंदर 745.58 करोड़ रुपये मूल्य के बंद हो चुके नोट बदले। सुरजेवाला ने यह भी दावा किया था कि एडीसीबी चेयरमैन पटेल ‘बैंक के पूर्व चेयरमैन और डायरेक्टर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के नजदीकी हैं।’ सुरजेवाला ने नोटबंदी की आड़ में कालेधन को सफेद करने का आरोप लगाते हुए इस मामले में जांच की मांग की थी।

जिस दिन सुरजेवाला ने ये आरोप लगाए, उसी दिन राहुल गांधी ने ट्वीट करके लिखा था, ‘अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव बैंक के डायरेक्टर अमित शाह जी, आपके बैंक के पुराने नोट बदलकर नए करने में नंबर वन पुरस्कार जीतने पर बधाई हो। 5 दिन में 750 करोड़ रुपये। नोटबंदी की वजह से जिन लाखों भारतीयों की जिंदगियां तबाह हो गईं, वे आपकी इस उपलब्धि पर सलाम करते हैं।’ हालांकि, नाबार्ड ने बाद में साफ किया था कि ADCB में प्रति खाताधारक औसत जमा रुपये 46,795 है, जो गुजरात के 18 डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव बैंक में जमा औसत धनराशि के मुकाबले कम है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पिछले कुछ समय से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निशाने पर रहा है. इस बीच RSS अगले माह होने वाले अपने एक कार्यक्रम के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी को निमंत्रण भेजने की तैयारी कर रहा है.

अजय पटेल ने यह मुकदमा मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में दाखिल किया है। अदालत ने सीआरपीसी के तहत मामले में जांच के आदेश दिए और अगली सुनवाई 17 सितंबर तक के लिए टाल दी गई है। बैंक और अजय पटेल की ओर से वकील एसवी राजू ने कहा कि सुरजेवाला ने ‘झूठे और आधारहीन’ आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ”ShahZyadaKhaGaya’… और पार्टी (बीजेपी) के पास पैसा 80 फीसदी बढ़ गया। लेकिन बैंक से एक पैसा भी कहीं नहीं गया।’ बता दें कि राहुल और सुरजेवाला के आरोपों को तत्कालीन वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने सिरे से खारिज किया था।