कांग्रेस ने पेट्रोल-डीज़ल में लगी महँगाई की आग पर मोदी सरकार को घेरा

लखनऊ।गरीब और कमजोर के ऊपर दोहरी मार करते हुए मोदी की भाजपा सरकार ने डीजल-पेट्रोल के दाम फिर एक बार बढ़ा दिये। उप्र में पेट्रोल की कीमत 78.41रूपये एवं डीजल का दाम 69.61रूपये पहुंच गया है और दिल्ली में डीजल की कीमत 69.51रूपये व पेट्रोल की कीमत 77.96 रूपये व अन्य शहरों में डीजल 72 रूपये के पार पहुंच गया है।अपने चुनावी जुमलों को झूठा साबित करते हुए बड़े पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए मोदी भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर आम जनता को मंहगाई की आग में झोंक दिया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर सांसद ने आज जारी बयान में कहा कि कच्चे तेल के दाम जब अपने सबसे ऊँचे स्तर पर 149 डालर प्रति बैरल था तब यूपीए-1 और यूपीए-2 में पूर्व प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह ने जनता पर इसका भार नहीं पड़ने दिया था। आज जब कच्चे तेल का दाम 68डालर प्रति बैरल है तब डीजल-पेट्रोल के दाम आसमान पर हैं। सत्ता के नशे में चूर असंवेदनशीलता की तस्वीर मोदी सरकार बन चुकी है। जनता को चुनाव के समय भाजपा का नारा ‘‘बहुत हुई जनता पर पेट्रोल-डीजल की मार, अबकी बार मोदी सरकार’’ था जो आज खोखला साबित हो गया है।आॅयल कम्पनियां अपने-अपने डीलर्स को पीएम मोदी की तस्वीर लगाने को मजबूर कर रही हैं दूसरी तरफ डीजल एवं पेट्रोल के दामों में सिर्फ 8 रूपये का फर्क रह गया है, प्रचार के अलावा भाजपाइयों को कुछ सूझ नहीं रहा है।‘‘चारों तरफ मंहगाई की हाहाकार है। जनता की दुश्मन बन चुकी मोदी सरकार है।’’ डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से ट्रान्सपोर्ट का भाड़ा और रोजमर्रा की चीजों के दाम का बढ़ना स्वाभाविक है।कांग्रेस पार्टी इस तुगलकी फरमान की कठोर निन्दा करती है।प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों एवं कुशासन की वजह से आज किसान, मजदूर एवं आम जनमानस मंहगाई के बोझ तले दबकर दम तोड़ने को मजबूर है।मोदी सरकार द्वारा लिये गये इस जनविरोधी निर्णय में की बड़ी-बड़ी तेल कम्पनियों के साथ उसकी सांठ-गांठ की बू आती है। भाजपा और मोदी सरकार तेल और रफेल के खेल में अब फेल हो चुकी है। अब गरीब जनता इन्हें माफ नहीं साफ करेगी।