लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के खुद को सम्मान नहीं दिए जाने के बयान पर तंज कसा है. बीजेपी के प्रदेश मीडिया संयोजक राकेश त्रिपाठी ने कहा कि अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले मुलायम सिंह यादव ने हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण को अपनी उपलब्धि माना. उनका सर्व समाज तो सम्मान नहीं कर सकता. सम्मानित दल उनका सम्मान नहीं कर सकते हैं.

राकेश त्रिपाठी ने कहा कि लेकिन उनके बेटे (अखिलेश यादव) को तो कम से कम उनका सम्मान करना चाहिए. जिस बेटे को मुलायम ने 2012 में सत्ता तश्तरी में सौंप दी थी. ऐसे बेटे द्वारा उन्हें पार्टी के अध्यक्ष पद से इस तरह से अपमानित करके हटाया जाएगा तो इस अपमान और उपेक्षा का दर्द सार्वजनिक मंच पर छलकना वाजिब है. लेकिन जो बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होए.

बता दें समाजवादी पार्टी के नेता भगवती सिंह के जन्मदिन के मौके पर लखनऊ के गांधी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का दर्द छलक उठा. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह बेहद भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि अब ऐसा वक्त आ गया है कि मेरा कोई सम्मान नहीं करता, लेकिन शायद मेरे मरने के बाद लोग मेरा सम्मान करेंगे.

मुलायम सिंह ने कहा कि राम मनोहर लोहिया के साथ भी ऐसा ही हुआ था. एक वक्त ऐसा आ गया था जब वो भी कहा करते थे कि इस देश में जिंदा रहते कोई सम्मान नहीं करता है.

बता दें कि मुलायम सिंह यादव पार्टी में नेतृत्व को लेकर बेटे और भाई के बीच हुए पारिवारिक झगड़े के बाद राजनीतिक परिदृश्य में ज्यादा सक्रिय नहीं दिखते हैं. पिछले साल विवाद के दौरान उन्होंने कहा था कि जो बेटा बाप का सगा नहीं हुआ, वह किसका सगा होगा. फिर भी मेरा आशीर्वाद बेटे के साथ है, लेकिन वह उनके फैसलों से सहमत नहीं हैं.

पिछले दिनों शिवपाल यादव ने महागठबंधन और अखिलेश से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि अखिलेश पार्टी के अध्यक्ष हैं, इसलिए महागठबंधन को लेकर आखिरी फैसला उनका होगा. कहा जाता है कि मुलायम सिंह यादव इन बातों से काफी दुखी हैं, क्योंकि पार्टी पर उनका कोई वश नहीं चलता है. पूरे तरीके से पार्टी की कमान अखिलेश यादव के हाथ में है. इससे चाहकर भी मुलायम अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर पा रहे हैं.