लखनऊ: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकापा) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित अपने प्रदेश स्तरीय दौरे पर आज मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के गृह ज़िले और कार्यक्षेत्र गोरखपुर में थे। अपने प्रवास के दौरान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमेश दीक्षित ने वहां एक प्रेस वार्ता को भी संबोधित करते हुए कहा कि मुल्क में और सूबे में भाजपानीत सरकार होने के कारण आज प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है । महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार और छेड़छाड़ और फिर उनकी हत्या की जा रही है । अभी कुछ दिन पूर्व ही गोरखपुर से सटे जिले देवरिया में सरकार की देखरेख और अनुदान से संचालित होने वाली संवासिनी संरक्षण गृह में देह व्यापार और बच्चियों के गायब होने और उनको देह व्यापार में जबरन धकेले जाने का मामला प्रकाश में आया । डॉ. दीक्षित ने कहा कि इतना ही नहीं फरवरी माह को हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आयोजन का काम उसके एनजीओ को ही दिया गया था जिसमे योगी सरकार के एक शीर्ष कैबिनेट मंत्री इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। यह एनजीओ भी ब्लैक लिस्टेड पर संचालिका को सत्तापक्ष से जुड़े मंत्रियो का वरदहस्त प्राप्त होने के कारण सरकारी अमला चुप बैठा था । आज ही जौनपुर में एक युवती के साथ बलात्कार कर के हत्या किये जाने की भी खबरे आ रही है ।

उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री योगी का कार्य क्षेत्र होने के बाबजूद बीते साल ऑक्सीजन की कमी के चलते मासूम नौनिहाल मौत की भेंट चड़े । सरकार की बदइन्तजामी के चलते हुए इस हादसे में प्रभावी कार्यवाही के बजाये सरकार ने इस हादसे में जी जान से जुटे डॉ. कफील को ही निशाना बनाया और दोषियों को संरक्षण देने का काम किया । उक्त घटना के लिए मुख्यमंत्री स्वयं जिम्मेदार है । उन्होंने आगे कहा देवरिया गोरखपुर बाढ़ प्रभावित इलाके है जहाँ जापानी इन्सेफ्लाटिस से हर साल सैंकड़ो लोगो की मौत होती है बाबजूद इसके उनकी रोकथाम के कोई सार्थक कदम सरकार ने नहीं उठाये है ।

डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि मुल्क और सूबे पर भाजपा की सरकारे होने से संघ समर्थित भारत का निर्माण हो रहा रहा, संघ भारत के स्वभाव ( समावेशी संरचना ) को बदलना और इसकी सभी संस्थाओं पर कब्जा करना चाह रहा है ।..'जो संविधान और लोकतान्त्रिक सेक्युलर समाज के निर्माण के सपने के खिलाफ है । संघ परिवार की सलाह और परामर्श पर भारत की मूल आत्मा को मारते हुए , भारत के बहुलतावादी संस्कृति को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है , देश के संविधान से इतर देश की मन माफिक व्याख्या की जा रही है ।

डॉ. रमेश दीक्षित हालिया लिंचिंग की घटनाओ की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि जबसे भाजपा की सरकार आई असहमति, मत विभिन्नता के नाम पर पूरे देश में संघ परिवार की शह पर गुंडागर्दी चल रही है जिसमें मुख्य रूप से दलित और मुसलमान उनके निशाने पर है । लिंचिंग को सरकारी सरक्षण दे रही है भाजपा सरकारे । पिछले चार सालो से लगातार ऐसी घटनाएं हो रही रही है जहाँ जहाँ भाजपा की सरकार है पर सरकार में बैठे किसी भी जिम्मेदार व्यक्ति ने आज तक ऐसी घटना कि न तो निंदा की और न ही ऐसे मामले में कोई सख्त कार्यवाही करके इसको रोकने का प्रयास किया । उन्होंने आगे कहा कि गौरक्षा के नाम पर देश भर में संघ समर्थित संगठन , उन्मादी भीड़ बनकर कभी मुसलमान तो कभी दलितों की खुलेआम पिटाई करते है । अख़लाक़, सहित हापुड़ मेरठ की घटना यह दिखाता है कि सिर्फ मुसलमान या दलित नहीं बल्कि हिंदुत्ववादी फासीवाद के इस दौर में हर वह शख़्स खतरे में है जो मोदी सरकार और संघ परिवार के आगे नतमस्तक न हो। सरकार के संरक्षण में गौरक्षक प्रदेश में कानून व्यवस्था को ताक पर रखते हुए प्रदेश में नंगा नाच कर रहे है , गौरक्षक मानव भक्षक हो गए है । प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर है । इसके साथ साथ मुजफ्फरनगर और मेरठ में कांवरिये लगातार दलित मुस्लिम के साथ मार पीट कर कर रहे है , जिसमे कई मौते हो चुकी है । प्रदेश में दलितों और मुसलमानों के उत्पीडन के मामले अचानक बढे है ।

डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के रेप और उत्पीडन के मामलो में अचानक बढोतरी हुयी है , जिससे महिलाये और बच्चे खुद को आसुरक्षित महसूस कर रहे है ।

उन्होंने आगे कहा कि पूरा प्रदेश बाढ़ की चपेट में है हजारो एकड़ पर खाड़ी फासले बाढ़ लील गयी है , और मुख्यमंत्री केवल हवाई दौरे करके खुश है । बाढ़ पीडितो को अब तक कोई भी मुआवजे का एलान नहीं हुआ है । एनसीपी ऐसे बाढ़ पीड़ित इलाको में तुरन राहत कार्य , ज़रूरी सामानों की आपूर्ति समेत फ़ौरन मुआवजे के एलान की भी मांग करती है । डॉ. दीक्षित ने आगे वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि खराब कानून व्यवस्था के साथ गन्ना किसान भी बड़े पैमाने पर भुगतान न होने से गन्ना किसान बदहाली के कगार पर पहुँच चुके है । प्रदेश में भ्रस्टाचार चरम पर है । भाजपा चुनावी घोषणा पत्र में किये गए कोई भी वादे आज तक पूरे नहीं हुए । युवा हताश है , उसको केवल रोजगार के सब्जबाग दिखाए जा रहे है । इन्वेस्टर समिट के नाम पर बड़े उद्योगपतियों को राहत देने का काम सरकार कर रही है । रोजगार के सर्जन न होने से युवा वर्ग आक्रोशित है । रोजगार के नाम पर युवाओं को छला जा रहा है प्रदेश के किसान मजदूर सहित असंगठित क्षेत्र के मजदूरो को रोजगार के लाले है जिससे वो आत्महत्या को मजबूर हो रहे है । किसानो को समय से बीज , , सिंचाई एवं खाद न मिलने से खेत में पैदावार नहीं हो पा रही है । प्रदेश में हाहाकार है । नोटबंदी से छोटे और मंझोले उद्योग नष्ट हो चुके है , और उसके कामगार पलायन कर चुके है ।

उन्होंने कहा कि बड़ी आबादी वाले मुल्क का अर्थशास्त्र केवल बड़े उद्योगों के सहारे नही छोड़ा जा सकता उसकी भरपाई स्वरोजगार और छोटे उद्योग से । भारत में छोटे और कुटीर उद्योग को सरकार द्वारा की गयी नोटबंदी ने तोड़ कर रख दिया है । देश के कोने कोने में फैले माध्यम व लघु उद्योग की कमर टूट गयी और ये उद्योग भसक गये, नतीजा हुआ भारत मे अचानक आई बाढ़ की तरह , बेरोजगारी तीब्र गति से फैल गई । सरकार के पास कोई नौकरी है ही नही ।
वार्ता को संबोधित करते हुए डॉ. रमेश दीक्षित ने कहा कि प्रदेश में भाजपा ढलान पर है और उनकी उलटी गिनती शुरू हो चुकी है …. समाज के सारे तबके –किसान नौजवान , मजदूर और छोटे उद्योगपति सहित प्रोफेशनलस सभी परेशान हो चुके और भाजपा के झूठ और धोखेबाजी से आजिज आकर आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हारने का संकल्प ले चुके है । गोरखपुर , कैराना , फूलपुर की हार इसकी शुरुआत है और बानगी मात्र है , सन 2019 में लोकसभा के आम चुनावो में सपा बसपा एनसीपी आरएलडी सहित वाम दलों और छोटे दलों का महागटबंधन के आगे भाजपा 15 से भी कम सीटो पर सिमटने जा रही है ।