लखीमपुर, खीरी: भारतीय जवानों को समर्पित विश्व की सबसे लंबी राखी बनाकर चर्चा में आने वाले अमन गुलाटी ने अपनी बुलंदियों को कला जगत में एक अलग पहचान दी है| जी हां यह वही अमन गुलाटी है | जिन्होंने पिछले वर्ष सेना के जवानों को समर्पित सबसे लंबी राखी बनाकर अपना नाम विश्व रिकॉर्ड बुक में दर्ज कराया | उसके साथ-साथ अक्टूबर माह में शहीद भगत सिंह जी का विश्व का सबसे छोटा पोर्ट्रेट भी बनाया , इतना ही नहीं अमन ने अपनी बुलंदियों को आगे ले जाते हुए सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव पर विश्व का सबसे बड़ा पजल पोर्ट्रेट बनाकर अपना नाम विश्व रिकॉर्ड बुक में तीसरी बार दर्ज कराया. इस वर्ष मार्च के महीने में अमन ने प्रदेश के राज्यपाल महामहिम राम नायक जी से अपनी पहली मुलाकात की और अपने द्वारा बनाई गई एक कलाकृति भी भेंट की | राज्यपाल ने अमन की उपलब्धियों से प्रसन्न होकर अमन को अपने द्वारा लिखित पुस्तक चरैवेति चरैवेति भेंट की , अपनी दूसरी मुलाकात में अमन ने राज्यपाल जी के सामने उनकी पुस्तक चरैवती चरैवती के ऊपर एक विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रस्ताव रखा, जिसे महामहिम के द्वारा स्वीकार किया गया | अमन ने अपने चौथे विश्व रिकॉर्ड को बनाने की तैयारी चालू कर दी और प्रदेश के महामहिम के द्वारा लिखित पुस्तक का विश्व का सबसे बड़ा मुख्य प्रष्ट बनाकर एक विश्व कीर्तिमान स्थापित किया इसके अलावा अमन अपनी 11 वर्ष की अल्प आयु से ही गरीब बच्चों को निशुल्क रूप से कला का ज्ञान भी दे रहे हैं | अमन ने विश्व स्तर पर साधारण कोयले से बनाने वाली पेंटिंग की भी खोज की है | इस वर्ष अमन को लंदन की एक यूनिवर्सिटी के द्वारा ऑनर में डॉक्टरेट भी मिल सकती है | अमन की उपलब्धियों का यह सिलसिला विश्व स्तरीय संस्था यूनिवर्सल रिकॉर्ड फार्म जा पहुंचा संस्था ने अमन की उपलब्धियों को परखा और कुछ ही दिनों के बाद अमन को एक ईमेल संस्था की तरफ से प्राप्त हुआ | जिसमें अमन को बधाई देते हुए और ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित करने की बात लिखी थी , जिले भर के लोगों में यह बात को सुनते ही चर्चा बन गई 17 वर्षीय अमन ने अपनी नन्ही सी उम्र में ही ग्लोबल अवार्ड का खिताब हासिल किया |