नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के एम्स में 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ले ली है. पूरी बीजेपी में शोक की लहर दौड़ गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर कहा है कि अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति ! वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लिखा है कि भारत ने एक महान सपूत खो दिया है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को करोड़ों लोग प्यार करते थे. मेरी और से उनके परिवार को शुभकामनाएं. वह हमेशा याद आएंगे. गौरतलब है कि पूर्व पीएम वाजपेयी दो महीने से एम्स में भर्ती थे. अब उनके जीवन से जुड़ीं यादें ही हमेशा सबको याद आएंगी.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की थी. इसके बाद तो भारतीय राजनीति में ये दोनों एक नाम हो गये 'अटल-आडवाणी'. लेकिन ऐसा नहीं है कि बीजेपी की स्थापना के समय ही दोनों साथ आये थे.

अटल बिहारी वाजपेयी उन चुनिंदा नेताओं में शुमार हैं जिनकी स्वीकार्यता सभी सियासी दलों में है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि अटल जी राजनीति में शुचिता और पारदर्शिता के समर्थक थे.

2 दिन के भीतर उनकी हालत नाजुक होने की वजह AIIMS अस्पताल में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर तमाम नेता उनसे मिलने पहुंच रहे हैं. सोशल मीडिया पर अभी से ही शोक की लहर दौड़ गई है और लोगों को यह अहसास हो गया है कि शायद अब उनका आखिरी समय आ गया है.