लखनऊ: 72वां स्वतंत्रता दिवस सीएसआईआर-सीडीआरआई में पूर्ण उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर निदेशक, प्रोफेसर तपस कुमार कुंडू ने सभी वैज्ञानिकों, शोध छात्रों और कर्मचारियों को बधाई दी और कहा, हम स्वतंत्र भारत में पैदा हुए हैं, लेकिन इस आजादी के लिए हमारे अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों और हमारे पूर्वजों ने बहुत कष्ट झेले हैं। इस आजादी का सम्मान करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। स्वतंत्रता अपने साथ जिम्मेदारी भी लाती है, इसी तरह सीएसआईआर-सीडीआरआई को अपने देश को स्वस्थ भारत-सशक्त भारत बनाने की बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी मिली है। हमारे लिए यह एक ऐसा सुनहरा अवसर है जहां हम राष्ट्र के प्रति अपना समर्पण, नई दवाओं और नए थेरेप्युटिक्स की खोज एवं विकास के माध्यम से दिखा सकते हैं। भारत ने वैज्ञानिक, आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में बड़ी प्रगति की है लेकिन बदलती आकांक्षाओं और जरूरतों के अनुरूप हमारे प्रयासों को फिर से तैयार करने की आवश्यकता हमेशा बनी हुई है। हम सभी, स्वतंत्रता के बाद बनाए गए इन वैज्ञानिक संस्थानों से राष्ट्र की अपेक्षाओं से अच्छी तरह अवगत हैं। विज्ञान आर्थिक विकास का इंजन है और राष्ट्र चाहता है कि हम अनुसंधान की हमारी दिशा का पुनःनिरीक्षण करें और हमारे समाज में आज की जरूरतों के हिसाब से प्रभावी योगदान करने के लिए आवश्यक संशोधन करें।

निदेशक द्वारा ध्वजारोहण और सम्बोधन के पश्चात, देश-भक्ति के रंग में सराबोर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। संस्थान के कई कर्मचारियों और शोध छात्रों ने खूबसूरत प्रस्तुतियाँ दीं। इसके बाद किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ की मदद से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। अनेक वैज्ञानिकों, शोध छात्रों और कर्मचारियों ने इस रक्तदान शिविर में उत्साहपूर्वक भाग लिया और जरूरतमंदों के लिए अपना रक्त दिया। शुभकामनाओं के आदान प्रदान और मिष्ठान वितरण के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।