नई दिल्ली: केरल के अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार तड़के भारी बारिश और भूस्खलन की घटना में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई. आपदा नियंत्रण कक्ष के सूत्रों के अनुसार, इडुक्की में भूस्खलन में 10, मलप्पुरम में पांच, कन्नूर में दो और वायनाड जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई. वायनाड, पलक्कड ओर कोझिकोड जिलों में एक-एक व्यक्ति लापता हैं.

इडुक्की के अडीमाली शहर में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई. पुलिस तथा स्थानीय लोगों ने मलबे से दो लोगों को जिंदा बाहर निकाला. इदामालयर बांध से आज सुबह करीब 600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे जल स्तर 169.95 मीटर पर पहुंच गया. इडुक्की बांध में आज सुबह आठ बजे तक जल स्तर 2,398 फीट था जो जलाशय के पूर्ण स्तर के मुकाबले 50 फीट अधिक था. प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है.

कोझिकोड और वायनाड जिलों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) का एक दल कोझिकोड पहुंच गया है. केंद्र से उत्तर केरल के लिए दो टीमें भेजने के लिए कहा गया है. बारिश के कारण इडुक्की, कोल्लम और कुछ अन्य जिलों में शैक्षिक संस्थानों में गुरुवार को छुट्टी घोषित की गई है.

इसके साथ ही पेरियार नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण इसके अधिक पानी को छोड़ने के लिए इदमलयार बांध के चार फाटकों को गुरुवार सुबह खोल दिया गया. एर्णाकुलम जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि पानी छोड़े जाने के कारण इन क्षेत्रों में परेशानी की आशंका को देखते हुए चोरिनक्कारा और कोमबनाद गांवों में राहत शिविर खोले गए हैं.

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि पेरियार नदी के तट पर रहने वाले लोग को घबराने की जरूरत नहीं है. बांध का फाटक सुबह पांच बजे, छह बजे और आठ बजे खोला गया. जल संग्रहण की अत्यधिक क्षमता तक जलस्तर के पहुंच जाने के बाद सभी फाटकों को एक मीटर खोल दिया गया.

अधिकारियों ने जलाश्य में जलस्तर 168.20 मीटर चले जाने के बाद इदमलयार बांध पर कल रेड अलर्ट जारी किया गया था. अधिकारियों ने बताया कि 164 क्यूमेक्स (घन मीटर / सेकंड) पानी छोड़ा जा रहा है.

मुख्यमंत्री पिनरई विजययन ने कहा है कि हमने सेना, नौसेना, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ से मदद मांगी हैं. 3 टीमें आ गई हैं, 2 जल्द पहुंच जाएंगी इसके साथ 6 अन्य टीमें आएंगी. सीएम ने जानकारी दी कि नेहरू ट्रॉफी बोट रेस कैंसिल कर दी गई है.