लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा भाजपा सरकार में नोटबंदी-जीएसटी के साथ छापेमारी, नोटिस देने जैसी तमाम यातनाएं व्यापारियों को मिल रही है। व्यापारियों को जेल भी भेजा जा रहा है। यही नहीं स्वदेशी आंदोलन को जीएसटी से धक्का लगा है। सपा अपने घोषणा पत्र में इन बातों को शामिल करेगी।

अखिलेश ने मंगलवार को यह बात पार्टी कार्यालय में पश्चिमी यूपी से आए व्यापारियों से मुलाकात में कही। अखिलेश ने कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए भाजपा कुछ भी कर सकती हैं इसलिए इससे सावधान रहना होगा। वह कोई भी झगड़ा लगा सकती है।

श्री यादव ने कहा कि व्यापार और व्यापारी पर संकट की स्थिति में सरकार को मदद करनी चाहिए लेकिन भाजपा को इसकी चिंता नहीं है। 40 हजार व्यापारी भारत को छोड़कर विदेश चले गए हैं। व्यापारियों में लूट, अपहरण और हत्या के कारण भारी असुरक्षा है। उनकी समस्याएं सुनी नहीं जा रही है। प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बातें करते हैं।

मुख्यमंत्री ने अपराध नियंत्रण के लिए बनी यूपी डायल -100 व्यवस्था को शिथिल कर दिया क्योंकि उसे समाजवादी सरकार ने शुरू किया था। व्यापारियों के लिए सुरक्षा सेल बननी चाहिए। समाजवादी सरकार में मंडियों की व्यवस्था की गई थी जिससे व्यापारी और किसान दोनों को सुविधा होती। भाजपा राज में यह सब होना उनके तमाम दावों की तरह असंभव है। इसलिए आक्रोशित बस 2019 में होने वाले चुनावों के इंतजार में है।