नई दिल्ली: बीजेपी के एक वरिष्ठ विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री बसवनगौड़ा पाटिल यतनाल ने यह कह कर अपनी फजीहत करा ली है कि “अगर मैं गृहमंत्री होता तो पुलिस को आदेश दे देता कि वे बुद्धिजीवियों को गोली मार दें.” करगिल विजय दिवस पर अपने चुनाव क्षेत्र विजयपुरा में एक कार्यक्रम में उन्होंने ये बात कही. साथ ही बुद्धिजीवियों और उदारवादियों को राष्ट्रविरोधी भी कहा. सत्ताधारी जेडीएस और कांग्रेस ने विधायक के विरुद्ध तुरंत कार्रवाई की मांग की है.

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मीडिया एडवाइजर दिनेश अमीन मुत्तु का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि एक बार मुत्तु ने कहा था कि गरीबी से बचने के लिए नौजवानों को सेना में शामिल होकर बलिदान कर देना चाहिए.

पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु को कश्मीर समस्या के लिए दोषी ठहराते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी राज्य को विशेष दर्जा देने वाली धारा 370 को हटा देंगे. वे राज्य बीजेपी अध्यक्ष येदुरप्पा के नजदीकी माने जाते हैं. चुनाव के महीने भर पहले ही वे बीजेपी में फिर से लौटे हैं. 1994 से 1999 तक वे बीजेपी के विधायक रहे और 1999 से 2009 तक वे बीजेपी के टिकट पर बीजापुर से सांसद रहे.

वाजपेयी के मंत्रिमंडल में वे 2002 से 2004 तक रेलवे और कपड़ा राज्यमंत्री भी रहे. 2010 में बीजेपी छोड़ कर जेडीएस में शामिल हो गए थे और साल भर में ही वे जेडीएस भी छोड़ आए और फिर निर्दलीय एमएलसी बन गए थे.

वे बेहद उग्र भाषणों के लिए जाने जाते हैं. महीने भर पहले ही उन्होंने स्थानीय बीजेपी पार्षदों को कहा था कि मुसलमानों के काम मत कराएं. वे आरएसएस के साथ अपने संबंधों की खूब प्रदर्शन भी करते हैं.