नई दिल्ली: शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान भाषण के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के पीएम नरेंद्र मोदी से जाकर गले मिलने को बीजेपी ने संसद का अपमान बताया है. पूर्व जदयू नेता और दो बार एनडीए के संयोजक रहे शरद यादव ने कहा कि संसद में गले मिलना बेहद आम बात है और राहुल ने भी पीएम से गले मिलकर संसद की गरिमा का अपमान नहीं किया है.

राहुल के भाषण पर शरद ने कहा कि उन्होंने विपक्ष के मुद्दों को आवाज़ दी है. अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान विपक्ष की तरफ से बोल रहे लगभग हर नेता ने बेरोजगारी, महिला सुरक्षा और लिंचिंग जैसे मुद्दों को उठाया था, राहुल ने भी बस अपने अलग अंदाज़ में इन्हीं मुद्दों को उठाया है. शरद ने कहा कि बीजेपी के वादों की पोल खुल गई है और 15 लाख देने, कला धन वापस लाने और किसानों की आय दोगुनी करने जैसे सभी वादे जुमले साबित हुए हैं.

पीएम से गले मिलने वाले सवाल पर शरद ने कहा कि यह बहस ही गलत है. उन्होंने कहा कि अन्ना आंदोलन के दौरान जब उन्होंने भाषण दिया था तो सत्ता और विपक्ष दोनों के सांसदों ने आकर उनसे हाथ मिलाया और गले भी लगे. राहुल के आंख मारने पर शरद ने कहा कि हर व्यक्ति की बॉडी लैंग्वेज होती है और उसकी छोटी-छोटी सी बात को संसदीय मर्यादाओं के जरिये तय नहीं किया जा सकता.