नई दिल्ली: भारतीय सेना का लड़ाकू विमान मिग-21 बुधवार दोपहर हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित जवाली के पास दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस विमान ने पंजाब के पठानकोट एयरबेस से उड़ान भरी थी, लेकिन थोड़ी ही देर बाद हादसे का शिकार हो गया. घटना की सूचना पाकर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंच चुकी है, लेकिन विमान के पायलट का पता नहीं चल पाया है.

जानकारी के मुताबिक, भारतीय विमान मिग-21 ने बुधवार दोपहर 1:21 मिनट पर पंजाब के पठानकोट से हिमाचल के लिए उड़ान भरी थी. हादसा फतेहपुर के पट्टा जाट्टीयां के पास गांब पल्ली में हुआ. हादसे की जगह पर विमान के टुकड़े बिखरे पड़े हैं.

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हवा में ही विमान के टुकड़े-टुकड़े हो रहे थे. आखिर में ये एक पेड़ से टकरा गया, जिसके बाद विमान में आग लग गई. बताया जा रहा है कि पठानकोट एयरबेस से भी एक टीम रवाना कर दी गई है.

एसपी कांगड़ा संतोष पटियाल ने बताया कि विमान में पायलट के अलावा कोई मौजूद नहीं था. फिलहाल, वह लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है.

बता दें कि मिग-21 सुपरसोनिक लड़ाकू जेट विमान है. सोवियत संघ के मिकोयान-गुरेविच डिज़ाइन ब्यूरो इसका निर्माण किया है. पहले इसे 'बलालैका' के नाम से बुलाया जाता था, क्योंकि यह रूसी संगीत वाद्य ऑलोवेक की तरह दिखता था.

पिछले साल दिसंबर में ही मिग-21 विमान की भारतीय वायुसेना से विदाई हो चुकी है. 29 दिसंबर को राजस्थान के नाल स्थित वायुसेना स्टेशन से मिग-21 एयरक्राफ्ट ने अपनी आखिरी उड़ान भरी थी. इसके साथ ही वायुसेना ने मिग-21 विमान को अलविदा कह दिया था.