नई दिल्ली: कांग्रेस ने मंगलवार (17 जुलाई) को नई वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) का ऐलान कर दिया। पार्टी ने इसमें कुल 51 सदस्यों को शामिल किया है, जबकि जर्नादन द्विवेदी सरीखे कई बड़े नामों को बाहर का रास्ता दिखाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की बनाई हुई यह पहली सीडब्ल्यूसी है, जिसमें पहली बार राज्य के प्रभारियों को स्थाई आमंत्रितों के तौर पर रखा गया है। सीडब्ल्यूसी की बैठक 22 जुलाई को होगी।

राहुल के नेतृत्व वाली इस सीडब्ल्यूसी में अनुभवी के साथ युवा नेताओं को भी जगह दी गई है। कमेटी में कुल 23 सदस्य, 19 स्थाई आमंत्रित सदस्य और नौ आमंत्रित सदस्य हैं। जर्नादन द्विवेदी के अलावा दिग्विजय सिंह, कमल नाथ, सुशील कुमार शिंदे, मोहन प्रकाश और सीपी जोशी सरीखे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के नाम इस वर्किंग कमेटी में नहीं हैं।

आपको बता दें कि पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद राहुल ने एक अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम किया था। कांग्रेस के इतिहास में पहली बार हुआ कि सर्वाधिक समय से पार्टी सीडब्ल्यूसी के बिना संचालित हो रही है। चार माह पूर्व ही राहुल को इसे बनाने का अधिकार प्राप्त हो गया था। मगर उन्होंने टीम नहीं खड़ी की थी।

कांग्रेस के पुराने नेताओं ने तब इस बारे में बताया था कि उन्हें याद नहीं है कि कोई नया पार्टी अध्यक्ष कभी सीडब्ल्यूसी के बिना ही इतने समय तक काम किया हो। कांग्रेस के अधिकतर पदाधिकारियों को यह मालूम ही नहीं थी कि राहुल इससे पहले तक देर क्यों कर रहे थे।