लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय कोआॅर्डिनेटर जय प्रकाश सिंह को निष्कासित कर दिया है. मायावती ने कहा कि मुझे जानकारी मिली कि सोमवार को लखनऊ में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में जय प्रकाश सिंह ने पार्टी की विचारधारा के खिलाफ भाषण दिया और विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के खिलाफ व्यक्तिगत टिप्पणी की.

मायावती ने साफ किया कि ये जयप्रकाश सिंह की व्यक्तिगत राय है. बसपा का इससे कोई लेना देना नहीं है. मायावती ने कहा कि इस कारण से जय प्रकाश सिंह को तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटाया जाता है.

लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित बसपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी के नेशनल कोआॅर्डिनेटर ​जयप्रकाश सिंह और वीर सिंह ने राहुल गांधी पर टिप्पणी की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी विदेशी मूल की हैं, लिहाजा राहुल गांधी कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं. दोनों नेताओं का कहना था कि मौजूदा वक्त की मांग है कि मायावती देश की प्रधानमंत्री बनें.

बताया जा रहा है कि जयप्रकाश सिंह का यही बयान उनके खिलाफ गया. मायावती ने उनके खिलाफ तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए उन्हें राष्ट्रीय कोआॅर्डिनेटर के पद से हटा दिया. मायावती ने इस दौरान पार्टी नेताओं को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश या देश के किसी भी राज्य में गठबंधन को लेकर कोई भी बयानबाजी न करें. इस मुद्दे को वे पार्टी हाईकमान पर छोड़ दें.

गौरतलब है कि सोमवार को जोनल स्तरीय बैठक में राष्ट्रिय संयोजक समेत तमाम दिग्गज बसपा नेता मौजूद रहे. इस मौके पर मायावती को गठबंधन के प्रधानमंत्री चेहरे के तौर पर पेश किए जाने की हुंकार भरी गई. बसपा नेताओं का कहना था कि सभी क्षेत्रीय दलों ने मायावती को अपना नेता माना है. बसपा प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है.

गरीब, पिछड़े और सर्व समाज को सिर्फ बसपा ने प्रतिनिधित्व दिया है. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बाकी सभी पार्टियों ने सिर्फ उनका इस्तेमाल किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि भगवान राम के नाम पर धोखा देने वाले को इस बार सबक सिखाना है. केवल मायावती ही सर्वसमाज का कल्याण करेंगी, इसलिए हम सभी को जुटकर इस बार ऐसी जमीन तैयार करनी है कि दूसरी पार्टियां पनप ही न सकें.