उत्तर प्रदेश सरकार ने किया कौशल विकास के लिए एमओयू

लखनऊ: प्रदेश के व्यवसायिक शिक्षा और कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान ने आज इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में कहा कि इस बार सरकार का जोर प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार दिलाने पर रहेगा। सरकार का लक्ष्य इस साल दो लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण सुविधा उपलब्ध कराने का है।

कार्यक्रम में विभाग की ओर से प्रशिक्षित किये गये युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये और मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान भी किया गया। राज्यमंत्री सुरेश पासी भी इस अवसर पर मौजूद रहे। उन्होंने अपने भाषण के दौरान उद्योगों में कुशल श्रमशक्ति की मांग बताई। उन्होंने अधिक से अधिक युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये प्रेरित भी किया। व्यवसायिक शिक्षा के सचिव भुवनेश कुमार ने बताया कि आज के दिन की अंतरराष्ट्रीय महत्ता है। यूनेस्को की पहल पर आयोजित होने वाले विश्व युवा कौशल दिवस के माध्यम से युवाओं में यह जागरूकता उत्पन्न की जानी चाहिये कि भविष्य में रोजगार के अवसर हुनरमंद युवाओं को ही मिल सकेंगे।

समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रशिक्षण एवं सेवायोजन और मिशन निदेशक प्रांजल यादव ने कहा कि विभाग की प्राथमिकता लक्ष्यों को पूर्ण करने के साथ-साथ गुणवत्ता सुधार की भी है। जिसके लिये ब्रांडिंग गाईडलाइन्स जारी कर दी गई हैं। कोर स्किल्स के साथ सॉफ्ट स्किल्स जैसे अंग्रेजी भाषा का ज्ञान, साक्षात्कार में भाग लेना और व्यक्तित्व विकास जैसे पहलुओं पर भी मूल पाठ्यक्रम के साथ-साथ प्रशिक्षण की व्यवस्था की जगई है जिससे युवा व्यवहारिक जीवन में सफल हो सके।

इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक कारपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, वीएलसीसी हेल्थ केयर, सुपरटेक प्राइवेट लिमिटेड व लेमन इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे औद्योगिक प्रतिष्ठानों के साथ कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहभागिता के लिये एएमयू पर हस्ताक्षर भी किये गये। इस पहल से युवाओं के लिये इन क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी खुल गये हैं।