नई दिल्ली: राजस्थान में दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन, चुनावी सरगर्मियां अभी से तेज हो गई हैं. चुनाव से पहले कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन होने की अटकलें चल रही थी. हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने इन खबरों को खारिज किया है. उनका कहना है कि राजस्थान में कांग्रेस अकेले अपने दम पर बीजेपी को हरा सकती है. इसके लिए बीएसपी की जरूरत नहीं है.

सचिन पायलट ने कहा, "राजस्थान चुनाव में पहले से कोई नेता सीएम चेहरा नहीं होगा. अगर कांग्रेस को चुनाव में जीत मिलती है, तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ही तय करेंगे कि सीएम किसे बनाया जाए."

पायलट ने यह भी कहा कि आने वाले चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस को किसी दूसरी पार्टी का 'हाथ' पकड़ने की जरूरत नहीं है. बता दें कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के चुनाव में कांग्रेस ने मायावती की पार्टी बीएसपी के साथ हाथ मिलाने की इच्छा जाहिर की है, लेकिन राजस्थान के चुनावी रण में वह अकेले उतरना चाहती है. क्योंकि यहां जातीय समीकरण बाकी दो राज्यों से काफी अलग हैं. लिहाजा कांग्रेस कोई रिस्क नहीं लेना चाहती.

राज्य के पूर्व सीएम और पार्टी के कद्दावर नेता अशोक गहलोत को राष्ट्रीय महासचिव प्रभारी बनाए जाने के बाद इसकी उम्मीद थी कि पार्टी के अभियान में सचिन पायलट को पीछे से बैकअप देंगे. लेकिन, कई मामलों में गहलोत सचिन पायलट पर भारी पड़ रहे हैं. राज्य की सियासत में उनकी मजबूत पकड़ है. कई मौकों पर सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच मनमुटाव भी देखा गया है. ऐसे में पार्टी की कोशिश है कि दोनों नेताओं के बीच आपसी मतभेद को जल्द से जल्द दूर किया जाए.