लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मदरसों में ड्रेस कोड लागू करने पर सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. आजम खान ने कहा कि सरकार ने अभी आधी बात की है. उन्होंने कहा कि अगर ड्रेस कोड लागू न हुआ और मदरसों ने लागू नहीं किया तो सजा क्या होगी, यह भी बता दें? उन्होंने योगी सरकार से सवाल पूछा कि क्या इस परिस्थिति में मदरसों के भवन को गिरा दिया जाएगा या टीचर्स पर तेजाब डाला जाएगा. आजम खान ने कहा कि ड्रेस कोड को न मानने वालों को सजा क्या मिलेगी यह भी साथ-साथ बता दिए होते तो ज्यादा अच्छी बात होती.

आजम खान यहीं नहीं रुके, रामपुर में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मदरसों में योगी सरकार द्वारा एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने पर कहा कि 'साहब' जो चाहे करें. अगर वह ऐसा न करें तो क्या होगा? ये भी बताए. उन्होंने कहा कि सरकार को हर जुर्म की सजा भी घोषित कर देनी चाहिए, ताकि एक बार फिर बहस में यह बात आ जाए कि इंदिरा गांधी की इमरजेंसी क्या थी और नरेंद्र मोदी की इमरजेंसी क्या है? आज़म खान ने कहा कि इंदिरा गांधी की इमरजेंसी घोषित थी. नरेंद्र मोदी की अघोषित है. घोषित से अघोषित इमेरजेंसी ज्यादा खतरनाक है.

सीएम योगी द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में दलितों को आरक्षण दिए जाने का मुद्दा उठाने पर आज़म खान ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी का मामला है, इसमें पढ़े-लिखे लोग ही मशवरा दें तो ज्यादा अच्छा है. खासकर जिसने संविधान पड़ा हो, थोड़ा कानून जनता हो. आजम खान ने कहा कि जो चार अक्षर जनता हो, चौथी या छठवीं पास हो, वे लोग अगर इस मामले में बोले तो ज्यादा अच्छा है.