लखनऊ। शिक्षा एवं रोजगार जागरूकता हेतु 2004 से कार्यरत सामाजिक संस्था सोक्ट शिक्षा एवं रोजगार जागरूकता के साथ-साथ शिक्षा में बढ़ते तनाव को कम करने के लिए अभियान चलाएगी इसके अंतर्गत संस्था ना केवल जगह जगह तनाव प्रबंधन पर कार्यशालाओं का आयोजन करेगी वरन शिक्षा के दौरान होने वाले तनाव को कम करने हेतु छात्र छात्राओं के विचारों को उन्हीं के सहपाठियों तक पहुंचाने हेतु शिक्षा में बढ़ते तनाव को लेकर निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन करेगी जिसके अंतर्गत छात्र छात्रा अपने विचारों के माध्यम से अपने ही बीच के छात्र-छात्राओं को तनाव कम करने के उपायों के बारे में अवगत करा सकेंगे यह जानकारी देते हुए संस्था के अध्यक्ष डॉ अगम दयाल ने संस्था द्वारा आयोजित बैठक में कहा की सोक्ट 2004 से अनवरत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जा-जाकर अशिक्षित बश्चों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए ना केवल जागरुक कर रही है वरन बेरोजगार लोगों को भी उनके हिसाब से रोजगारों के बारे में भी जागरुक कर रही है डॉक्टर दयाल ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने खुद और अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर लगभग डेढ़ लाख बश्चों तक अब तक अपने कार्यक्रम दिए हैं और आगे भी इस तरह के कार्यक्रमों को किया जाता रहेगा । सोक्ट के महासचिव पंकज तिवारी ने अपने विचार रखते हुए कहा की आज के युग में शिक्षा ही समाज और राष्ट्र के विकास का आधार है अतरू ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि देश का हर एक बच्चा शिक्षा ग्रहण करें और उसके अनुरूप उसे रोजगार में लगाया जाए परंतु यह भी बड़ा दुखद है जो बश्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं वह शिक्षा में अत्यधिक नंबर लाने के बावजूद भी तनावग्रस्त रहते हैं हालात यहां तक है कि उनमें से कई बश्चे ना केवल तनाव ग्रस्त हो जाते हैं बल्कि उनमें से कुछ एक आत्महत्या तक कर लेते हैं जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है अतरू संस्था शिक्षा एवं रोजगार जागरूकता के साथ-साथ तनाव को कम से कम कैसे किया जाए इस पर भी जागरूकता अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं को इसमें शामिल करने के उद्देश्य से उनके विचारों को जानेगी जिसके अंतर्गत संस्था जुलाई से एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन करेगी जिसके माध्यम से छात्र छात्राओं को भी अपने विचारों को प्रकट करने का अवसर प्राप्त होगा।