नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। बीते 18 अप्रैल को अशोक परनामी ने निजी व्यस्तता का हवाला देते हुए इस पद से इस्तीफा दे दिया था। कहा जा रहा कि करीब ढाई महीने तक यह पद इसलिए खाली बना रहा क्योंकि राजस्थान की मुख्यमंत्री विजय राजे सिंधिया और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की पसंद अलग-अलग थी। शाह जोधपुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत को नियुक्त करने के पक्ष में थे जबकि राजे चाहती थीं कि उनके वफादार और राज्य सरकार में मंत्री श्रीचंद कृपलानी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए। सूत्रों के मुताबिक राजपूत के बजाय जाट नेता राजे की पसंद में शुमार था लेकिन पार्टी की आमाराय के आधार पर शुक्रवार (29 जून) को आखिरकार वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की अनुशासन समिति का काम देख रहे मदन लाल सैनी के नाम पर मुहर लगी। सैनी प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक सैनी कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जाति से आते हैं और आगामी चुनावों में कांग्रेस की पहुंच में सेंध लगाने में कामयाब रह सकते हैं।

जनसंघ के समय से सक्रिय और भारतीय मजदूर संघ के लिए काम करते रहे वरिष्ठ नेता मदन लाल सैनी की बीजेपी की युवा कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पकड़ बताई जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजस्थान का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर सैनी ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी उसे वह पूरा करेंगे। सैनी ने भरोसा दिलाया कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित है।

बता दें कि अप्रैल में अशोक परनामी के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के पीछे माना जा रहा था कि उन्होंने इसी वर्ष फरवरी में अजमेर और अलवर की लोकसभा सीट और मंडलागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली पार्टी को हार के बाद ऐसा कदम उठाया था लेकिन बीजेपी नेता ने अपने फैसले के पीछे निजी व्यस्तता को कारण बताया था। परनामी के इस्तीफे के बाद से लगातार गजेंद्र सिंह शेखावत, सुरेंद्र सिंह पारीक, श्रीचंद्र कृपलानी और अर्जुन राम मेघवाल जैसे दिग्गज भाजपा नेताओं के नाम इस पद के लिए चर्चा में बने रहे।

मदन लाल सैनी राज्य के झुंझुनूं के उदयपुरवाटी विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं और झुंझनू से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। लोकसभा चुनाव में उन्हें सफलता नहीं मिली थी। सैनी भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री भी रह चुके हैं। राजस्थान का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से सैनी के सोशल प्लेटफॉर्म्स पर लगातार उनके समर्थकों के बधाई संदेश आ रहे हैं।