नई दिल्ली: गुजरात बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी के तीन विधायकों ने बुधवार (27जून) को कहा कि सूबे में बाबू राज चल रहा है, जिससे प्रदेश की के विकास पर असर पड़ रहा है। आवाज उठाने वाले विधायक हैं, वाघोडिया की एमएलए मधु श्रीवास्तव, सावली के केतन इमानदार और मांजलपुर के योगेश पटेल। इन तीन विधायकों ने मीडिया के सामने अपनी बात कहने से पहले बंद दरवाजे में देर तक मीटिंग की। अहमदाबाद में इन विधायकों ने दावा किया कि पार्टी के 20 और विधायक बीजेपी से नाराज हैं। इन विधायकों ने इस मुद्दे को नयी दिल्ली में आलाकमान के सामने उठाने का फैसला किया है। विधायकों के इस कदम को इस रुपानी के खिलाफ बगावत माना जा रहा है। अहमदाबाद मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन विधायकों के नाराजगी की मुख्य वजह यह है कि इनका कहना है कि राज्य नेतृत्व इन्हें महत्व नहीं देता है। इन विधायकों का कहना है कि उन्हें अफसरों से मुलाकात करने के लिए भी इंतजार करवाया जाता है, और जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकारी अधिकारी जवाब भी नहीं देते हैं।

सावली के केतन इमानदार ने कहा, “हमारी नाराजगी मंत्री या फिर पार्टी से नहीं है, बल्कि हमारी शिकायत सरकारी अधिकारियों से हैं, हम लोग जल्द ही दिल्ली में हाईकमान से मीटिंग करेंगे क्योंकि अधिकारी हमारी बात ही नहीं सुनते हैं, हम लोग जनता के प्रतिनिधि हैं और उनके प्रति हमारी जवाबदेही है।” खास बात ये है कि इन तीनों विधायकों ने अपनी आवाज तब बुलंद की है जब सीएम रुपानी राज्य से बाहर विदेश दौरे पर हैं। रुपानी इन दिनों इजरायल गये हैं और कृषि और जल स्वच्छता संबंधी मुद्दों पर नयी तकनीक की जानकारी ले रहे हैं।

एक दिन पहले ही पार्टी अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में थे और उन्होंने राज्य के नेताओं के साथ 2019 लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा की थी। अमित शाह के गुजरात से तुरंत आने के बाद विधायकों के बगावती स्वर ने राज्य नेतृत्व को उनके गुस्से का अंदाजा दे दिया है। इन तीन विधायकों ने यह कहकर भी सनसनी मचा दी है कि 20 और विधायक पार्टी से नाराज हैं। बता दें कि 182 सीटों वाली गुजरात विधानसभा में बीजेपी के 99 विधायक है। ये आंकड़ा सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या से थोड़ा ही ज्यादा है। लिहाजा विधायकों की बयानबाजी ने पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है।