लखनऊ: प्रसिद्ध संत कबीर दास के 500वें प्राकट्य उत्सव के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मगहर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उन्होंने संत कबीर के बहाने अपने सियासी विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने इस दौरान कांग्रेस के अलावा उत्तर प्रदेश की दो बड़े विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर सत्ता की लालच में एकसाथ आने का आरोप लगाया.

पीएम मोदी ने यहां कहा, 'महापुरुषों के नाम पर राजनीति की ऐसी धारा तैयार की जा रही है जो समाज को तबाह कर रहा है. कुछ दलों को शांति और विकास नहीं, कलह और अशांति चाहिए. उनको लगता है जितना असंतोष और अशांति का वातावरण बनाएंगे, उतना राजनीतिक लाभ होगा. सच्चाई ये है ऐसे लोग जमीन से कट चुके हैं इन्हें अंदाजा नहीं कि संत कबीर, महात्मा गांधी, बाबा साहेब को मानने वाले हमारे देश का स्वभाव क्या है.'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सपा और बसपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'कबीर ने मोक्ष का मोह नहीं किया, लेकिन समाजवाद और बहुजन को ताकत देने के नाम पर राजनीतिक दलों के सत्ता के लालच को देखा जा सकता है. आपातकाल लगाने और उस वक्त उसका विरोध करने वाले आज कंधा से कंधा मिलाकर कुर्सी झपटने की फिराक में घूम रहे हैं. ये सिर्फ अपने और अपने परिवार के हितों के लिए चिंतित हैं. गरीबों, पिछड़ों, शोषितों, दलितों को धोखा देकर ये अपने भाइयों, परिवारों और अपनों को करोड़ों की संपत्ति बनाने दे रहे हैं.'

प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को लेकर भी इशारों-इशारों में हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे याद है जब गरीबों के लिए पीएम आवास योजना शुरू हुई तो पिछली सरकार में रहे लोगों ने सवाल उठाए. पिछली सरकार गरीबों के लिए बनाए गए घरों की संख्या तो बताती, लेकिन उन्हें अपने आलिशान बंगलों की रुचि थी. जबसे यूपी में योगीजी की सरकार आई तब से यूपी में गरीबों के लिए रिकॉर्ड घरों का निर्माण हो रहा है.'