नई दिल्ली: बैंकों का कर्ज लेकर देश छोड़कर भागने वाले विजय माल्या ने पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को 15 अप्रैल 2016 को लिखा एक पत्र जारी किया है. भगोड़े माल्या ने का कहना है कि इस चिट्ठी को जारी करने के पीछे उसका मकसद 'चीजें सही पर परिपेक्ष्य' में हो जाएं. इस चिट्ठी को जारी करते हुये माल्या ने लिखा है कि वह बैंकों का कर्ज चुकाने के लिये हर संभव कोशिश कर रहे हैं. लेकिन उनको बैंक डिफाल्ट का पोस्टर ब्वाय बनाकर जनता के गुस्से का शिकार बना दिया गया.

माल्या यूनाइटेड किगडम से जारी बयान में कहा है, 'मैंने 15 अप्रैल 2016 को पीएम मोदी और वित्त मंत्री जेटली को पत्र लिखा था. इस चिट्ठी को सार्वजनिक कर रहा हूं ताकि चीजें सही परिपेक्ष्य में आ सकें. माल्या ने बताया कि दोनों में से किसी का भी जवाब नहीं आया.

गौरतलब है कि विजय माल्या पर बैंकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप है. वह साल 2016 को भारत से फरार होकर यूके में छुप गया है और अब वह पूरी कोशिश कर रहा है कि उसका प्रत्यर्पण न होने पाये. वह भारत से उस समय फरार हो गया था जब बैकों का एक समूह ने उसके खिलाफ 9 हजार करोड़ रुपये को वापस पाने की कोशिश शुरू की थी. पिछले साल ही उसे यूके में गिरफ्तार किया गया था.