मॉस्को: फीफा विश्व कप 2018 में डेनमार्क ने लुज्निकी स्टेडियम में खेले गए ग्रुप-सी के मैच में फ्रांस के साथ गोलरहित ड्रॉ खेलकर फीफा विश्व कप के अंतिम-16 में प्रवेश कर लिया है। इस विश्व कप का यह पहला गोलरहित ड्रॉ मैच है। इस ड्रॉ के बाद अब डेनमार्क के पांच अंक हो गए हैं और अपने ग्रुप से अंतिम-16 में पहुंचने वाली दूसरी टीम बन गई है। वहीं फ्रांस पहले ही अंतिम-16 में पहुंच चुकी है, लेकिन इस मैच में गोलरहित ड्रॉ खेलने के बाद उसके सात अंक हो गए हैं। फ्रांस अपने ग्रुप में तीन मैचों में दो जीत और एक ड्रॉ के साथ शीर्ष पर रहा।

ग्रुप-सी से पेरु और आॅस्ट्रेलिया बाहर हो चुके हैं। पेरु के तीन मैचों में तीन अंक रहे, जबकि आॅस्ट्रेलिया के नाम तीन मैचों में एक ड्रॉ और दो हार के बाद एक अंक रहा।
फ्रांस ने मुकाबले में आक्रमक शुरुआत की और उसे 16वें मिनट में पहला कार्नर मिला लेकिन थॉमस लेमार इसे गोल में नहीं डाल पाए। हालांकि टीम ने अपना आक्रमण जारी रखा। 23वें मिनट में डेनमार्क को एक कार्नर हासिल हुआ और इस बार क्रिस्टियन एरिकसन चूक गए। इस मैच में छह बदलाव के साथ उतर रही फ्रांस ने 27वें मिनट में एक और कार्नर अर्जित किया जो बेकार चला गया। डेनमार्क के पास 30वें मिनट में गोल करने का आसान मौका था लेकिन एरिकसन फ्रांस के गोलकीपर स्टीव मंदंदा से टकराकर गिर गए और गेंद उनसे दूर चली गई।

फ्रांस के ओउस्मान डेम्बेले 34वें मिनट में भी मिली फ्री किक का फायदा नहीं उठा सके। 39वें मिनट में एंटोनी ग्रीजमैन ने दूर से एक शॉट लगाया जो सीधे नेट में जा रहा था लेकिन कैस्पर श्माइकल ने उसे रोक दिया। ग्रीजमैन 44वें मिनट में भी एक बेहतरीन पास पर गेंद को नेट के ऊपर से मार बैठे। हाफ टाइम तक दोनों टीमों में से कोई भी टीम खाता नहीं खोल पाई। दूसरे हाफ के 50वें मिनट में फ्रांस ने बदलाव किया और लुकास हर्नांडेज की जगह बेंजामिन मेन्डी को मैदान में उतारा। मुकाबले के 55वें मिनट में एरिकसन का 30 यार्ड से लगाया गया शॉट फ्रांस के मंदंदा ने रोक दिया।

इसके बाद 60वें मिनट में डेनमार्क ने अपना पहला परिवर्तन किया और पियोने सिस्टो की जगह विक्टर फिश्चेर को मैदान में भेजा। डेनमार्क को 63वें मिनट में कॉर्नर मिला और एरिकसन यहां भी चूक गए। 68वें मिनट में डेनमार्क को फ्री किक मिला और वह भी बेकार गई फ्रांस ने यहां एक और युवा खिलाड़ी नाबिल फकीर को ग्रीजमैन की जगह उतारा। फकीर ने आते ही शानदार मौका बनाया जो विफल रहा। मुकाबले के समाप्त होने से कुछ मिनट पहले ही दोनों टीमों ने गोल करने के कई प्रयास किए लेकिन कामयाबी किसी को नहीं मिली। निर्धारित समय समाप्त होने के बाद मुकाबले में तीन मिनट का इंजुरी समय जोड़ा गया, इसके बाद बावजूद भी गोल नहीं हुआ और मैच गोलरहित ड्रॉ रहा।