नई दिल्ली: झारखंड एनडीए से एक और पार्टी अलग हो सकती है। बीजेपी के सुख-दुख में हमेशा साथ रहने वाली ऑल झारखंड स्टूडेन्ट्स यूनियन (आजसू) ने संकेत दिए हैं कि बीजेपी ने अपने रवैये में बदलाव नहीं किया तो वो आगामी विधान सभा चुनाव में न केवल अलग राह अपनाएगी बल्कि सभी 81 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़ा करेगी। बता दें कि हफ्ते भर पहले ही बीजेपी की सहयोगी और बिहार में सत्ता में साझीदार नीतीश कुमार की जेडीयू ने लोकसभा और विधान सभा की सभी सीटों पर अपने कैंडिडेट खड़े करने का एलान किया है। आजसू के एनडीए से हटने के बाद झारखंड में बीजेपी अकेली पार्टी रह जाएगी। हाल ही में सिल्ली और गोमिया विधानसभा उप चुनावों में आजसू को कड़ी हार का सामना करना पड़ा है। सिल्ली तो आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो का गढ़ रहा है। उप चुनाव हारने के बाद बीजेपी और आजसू के बीच लगातार दूरियां बढ़ती चली गईं।

उप चुनाव हारने के बाद आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने बीजेपी से गठबंधन की समीक्षा की बात कही थी। बता दें कि इन दो सीटों में से एक (गोमिया) पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवार खड़े किए थे जबकि सिल्ली सीट आजसू के लिए छोड़ी थी। आजसू दोनों सीट का दावा कर रहा था। सीट नहीं मिलने के बाद आजसू ने दोनों विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे। आजसू नेताओं का आरोप है कि राज्य में पूर्ण बहुमत आने के बाद बीजेपी का चाल, चरित्र बदल गया है जबकि हर बार आजसू की बैसाखी के सहारे ही बीजेपी की सरकार बनती रही है।