द योगा इंस्टीट्युट, सांताक्रुज (पूर्व), मुंबई को वर्ष 2018 में योग के प्रोत्साहन एवं विकास हेतु दिये गये उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। द योगा इंस्टीट्युट ने ‘संगठन – राष्ट्रीय’ श्रेणी में यह पुरस्कार जीता।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इस पुरस्कार की घोषणा से बेहतर कोई और मौका नहीं हो सकता था – और संस्थान के लिए यह इसलिए भी खास है कि क्योंकि वर्ष 2018 में यह अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। वर्ष 1918 में श्री योगेन्द्रजी द्वारा स्थापित द योगा इंस्टीट्युट ने 25 दिसंबर, 2017 को अपने 100 वर्ष पूरे कर लिये।
इस संस्थान से 50,000 से अधिक योग शिक्षक निकल चुके हैं और अब तक यहां से 500 से अधिक प्रकाशन हो चुके हैं, जिसने स्थानीय एवं अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए समग्र योग के प्रोत्साहन एवं विकास में योगदान दिया है।
इस संस्थान को विभिन्न श्रेणियों में प्राप्त 186 आवेदनों में से चुना गया। इसके ज्युरी के अध्यक्ष कैबिनेट सचिव, प्रदीप कुमार सिन्हा रहे, जिसमें प्रधानमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव, डाॅ. पी.के. मिश्रा; विदेश सचिव, विजय गोखले; सचिव-आयुष, डाॅ. एच.आर. नागेन्द्र और सदस्यगण – ओ.पी. तिवारी और डाॅ. बी.एन. गंगाधर शामिल रहे।
ज्युरी ने आयुष-सचिव की अध्यक्षता वाली जांच समिति की संस्तुतियों का परीक्षण किया और एक शाॅर्टलिस्ट तैयार की। द योगा इंस्टीट्युट को एक ट्राॅफी, प्रमाण-पत्र और 25 लाख रु. की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जायेगा।