नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शासन वाले झारखंड राज्य में पांच लड़कियों के साथ दिनदहाड़े गैंगरेप कर लिया गया। वे नुक्कड़ नाकट कर लौट रही थीं, जहां दरिंदों ने उन्हें अगवा कर जंगल में वारदात को अंजाम दिया। पांचों पीड़िताओं में से एक ने जाकर पुलिस में शिकायत दे दी, जिसके बाद मामला प्रकाश में आया।

पांचों पीड़िताएं एक गैर सरकारी संस्था से जुड़ी हुई हैं। बुधवार (20 जून) को वे खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र के कोचांग इलाके में पलायन और मानव तस्करी पर आधारित नाटक के जरिए जागरूकता फैलाने गई थीं। लौटते वक्त तकरीबन हथियारबंद 10 लोगों ने उन्हें बंधक बनाया और जंगल ले गए, जहां आरोपियों ने उनसे गैंगरेप किया।

देर रात उन्हीं में से एक पीड़िता खूंटी थाने पहुंची, जहां उसने पुलिस को पूरा मामला बताया, जबकि अन्य चार पीड़िताओं को अता-पता नहीं है। पुलिस उन्हें खोजने के लिए अभियान चला रही है। सूत्रों के अनुसार, इस वारदात में पत्थलगढ़ी समर्थक भी शामिल थे।

सबसे हैरानी की बात है कि पुलिस वारदात के एक दिन बाद भी मौके पर नहीं पहुंच सकी। चूंकि पूर्व में उसी जंगल में कई वारदात हुई हैं। यह खांटी नक्सली इलाका यहां पर पत्थलगढ़ियों का एक गढ़ माना जाता है। पुलिस इससे पहले जब भी वहां गई है, तो उसके कर्मियों को बंधक बनाया जा चुका है।

हालांकि, पुलिस का कहना है कि वह घटनास्थल पर जाने के लिए रणनीति बना रही है। खूंटी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने गैंगरेप की वारदात की पुष्टि की है। उनका कहना है कि चार पीड़िताएं लापता हैं, जिन्हें तलाशा जा रहा है। हम जल्द ही उनका पता लगा लेंगे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।