नई दिल्लीः केरल के उत्तरी जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से गुरुवार को कोझिकोडे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दस लापता बताए जा रहे हैं. भारी बारिश की वजह से कई जगह पर भू-स्खलन भी हुआ है, जिससे संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है.

मनोरमा ऑनलाइन के अनुसार, कोझिकोडे के थेमरेसरी में नौ साल की एक बच्ची की मौत हो गई. मृतक बच्ची का नाम डेलना बताया जा रहा है. उसका घर भू-स्खलन की वजह से बाढ़ की चपेट में आ गया था.

इडुक्की, वेनाद, कोझिकोडे जिलों में भू-स्खलन और सड़कों के नुकसान की खबर सामने आई है. आपदा प्रबंधन विभाग ने 'राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण' से कोझिकोडे में अतिरिक्त सहायता मांगी है.

कन्नूर, कोझिकोडे, कोट्टायम और आलप्पुषा जिलों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं. इन जिलों से खेतों में व्यापक नुकसान की सूचना मिली है. कोझिकोडे में, 474 लोग शिविरों में हैं. एक अधिकारी ने बताया कि इन जिलों में बारिश जारी है, जिससे बचाव अभियान को आगे बढ़ाना मुश्किल हो गया है.

मनोराम ऑनलाइन रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अधिकारियों ने एक चेतावनी जारी की है, और कहा है कि कोझिकोडे में कक्कयम बांध जल्द ही खोला जाएगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि कोट्टयम आलप्पुषा, वायनाड और कोझिकोडे के जिला कलेक्टरों ने गुरुवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है.

बुधवार को पठानमट्टिया में एक 82 वर्षीय और एक 20 वर्षीय व्यक्ति की बाढ़ से भरी दी में डूबकर मौत हो गई. आपाद प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया कि बारिश की वजह से 272 घर आशंकि रुप से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जबकि आठ पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं.

अधिकारियों ने लोगों से इडुक्की जिले के पहाड़ी इलाकों में रात के दौरान यात्रा से बचने के लिए कहा है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य की मुख्य नदी भारथपुझा और पल्लकड़ जिले में भवानी और सिरुवानी नदी चढ़ाव पर हैं.

पिछले चार दिनों से भारी बारिश के चलते इडुक्की और मुलपेरियार जलाशयों पूरी तरह भर गए हैं. इडुक्की बांध में पानी का स्तर 2,324.50 फीट तक पहुंच गया, जो कि इसकी क्षमता से आधा है.

इडुक्की में अधिकतर जलाशलयों में पानी का स्तर अधिकतम सीमा को पार कर चुका है जिसके बाद उनके शटर खोल दिए गए हैं.

अटापडी में भावनी नदी के बाढ़ के पानी में एक दंपत्ति फंस गया, जिन्हें फायर फोर्स और पुलिस बल द्वारा बचाया गया.

कोझिकोडे की रिपोर्ट में कहा गया है कि केरल और कर्नाटक को जोड़ने वाला पुल भारी बारिश में बह गया. कन्नूर जिलाधिकारी मीर मोहम्मद अली ने कहा कि अंतर-राज्य सड़क पर विभिन्न स्थानों पर 100 से ज्यादा पेड़ गिर गए थे.

उप-जिलाधिकारी की देखरेख में 60 सेना कर्मियों की एक टीम सड़क को फिर से चालू करने के कार्य में जुटी हुई है. उप-जिलाधिकारी ने बताया कि उनकी अनुमति के बाद ही सड़कों को पुन: यातायात के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा.