मुंबई: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मुंबई में पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आरएसएस और बीजेपी पर जमकर हमला बोला. राहुल ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में मीडिया को किसी तरह का डर नहीं था लेकिन अब मीडिया डरकर बोलती है. इस मौके पर राहुल ने दिग्गज बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र किया.

राहुल ने अपने संबोधन में चार साल में बीजेपी और आरएसएस के कार्यों पर भी सवाल खड़े किए. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोकसभा में भाजपा के मंत्री ही दावा करते हैं कि सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. राहुल गांधी ने कहा कि चीन में चौबीस घंटे में चालीस हजार लोगों को रोजगार मिलता है लेकिन बीजेपी के राज में 450 लोगों को रोजगार मिलता है.

राहुल गांधी ने कहा, "एलके आडवाणी पीएम मोदी के गुरु रहे हैं. लेकिन कई मौकों पर मैंने देखा है कि पीएम अपने गुरु का सम्मान भी नहीं करते हैं. मुझे आडवाणी के लिए बुरा लगता है. कांग्रेस पार्टी उन्हें मोदी से ज्यादा सम्मान देती है."

राहुल गांधी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी पर बात करते हुए कहा, 'हमने वाजपेयी के खिलाफ चुनाव लड़ा था. लेकिन आज जब वह बीमार हैं तो मैं सबसे पहले उनसे मिलने पहुंचा क्योंकि मैं कांग्रेस का सिपाही हूं. वाजपेयी ने हमारे देश के लिए काम किया और वह देश प्रधानमंत्री रह चुके हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. यही हमारी संस्कृति है.'

राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को पार्टी का सेनापति बताते हुए कहा कि कांग्रेस कभी पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछे बिना किसी को टिकट नहीं बांटती. राजस्थान की रणनीति पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में वह शक्ति प्रोजेक्ट तैयार करना चाहता हैं. पार्टी चाहती है कि हर कार्यकर्ता की आवाज सुनी जाए.

वित्त मंत्री अरुण जेटली पर कटाक्ष करते हुए राहुल ने कहा कि अरुण जेटली कहते हैं कि कर्ज माफ करना उनकी पॉलिसी नहीं है. मेक इन इंडिया की बात करते हैं लेकिन गरीब आदमी को एक भी पैसा नहीं देते हैं. नोटबंदी की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम ने हंसते हुए नोटबंदी लागू कर दी लेकिन यह नहीं सोचा कि सेना व्यापारी और गरीबों का क्या होगा.

गंठबंधन की राजनीति को बल देते हुए राहुल ने कहा कि गुजरात में बीजेपी बचकर निकली है लेकिन 2019 के चुनाव में विपक्ष मिलकर चुनाव हराएगा. राहुल गांधी ने कहा, " पीएम की आवाज में घबराहट है लेकिन मेरी आवाज में घबराहट नहीं क्योंकि मैं सच्चाई का सिपाही हूं."