नई दिल्ली: 13,400 करोड़ के पीएनबी बैंक फ्रॉड में आरोपी नीरव मोदी लंदन जा चुके हैं. फाइनेंशियल टाइम्स में रविवार को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वहां उन्होंने राजनीतिक शरण की मांग की है. हालांकि ब्रिटेन के गृह विभाग ने इस बारे में कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया.

भारत के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ने नीरव मोदी व उनके मामा मेहुल चोकसी पर 13,400 करोड़ के फ्रॉड का आरोप लगाया था. भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा, "हमारी कोशिश है कि प्रत्यर्पण के बजाय लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसियों के द्वारा ही नीरव मोदी तक पहुंच बनाई जाए.

बता दें कि भारत पहले से ही विजय माल्या के प्रत्यर्पण का इंतज़ार कर रहा है. विजय माल्या के ऊपर भी आईडीबीआई सहित कई बैंकों से फ्रॉड का आरोप है.

इस मामले में सीबीआई ने मई में नीरव मोदी, चोकसी, पूर्व पीएनबी चीफ ऊषा अनंत सुब्रमण्यम, बैंक के दो एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर और नीरव मोदी की तीन कंपनियों सहित 25 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. हालांकि नीरव मोदी और चोकसी ने अपने ऊपर लगे इन आरोपों को खारिज किया है.

पिछले महीने सीबीआई ने बैंक के दो एग्ज़क्यूटिव के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी. उनके ऊपर आरोप था कि 2016 में उन्होंने क्रेडिट गारंटी के मामले में बैंक को गुमराह किया था.