नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में शुक्रवार को मानसून पूर्व की बारिश के दौरान वज्रपात से कम से कम 51 लोगों की मौत हो गई। वज्रपात में उत्तर प्रदेश में 24, बिहार में 17 और झारखंड में 10 लोग मारे गए। तेज बारिश से गर्मी से राहत मिली लेकिन बारिश के बाद जलभराव के साथ ही उमस और चिपचिपी गर्मी और ज्यादा बढ़ गई है।

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बदले मौसम ने कहर बरपाया। सबसे ज्यादा पांच मौतें सुलतानपुर में हुईं। इसके अलावा बहराइच में तीन, रायबरेली में दो,अमेठी में एक, वाराणसी मंडल में 10 और उन्नाव में तीन लोगों की मौत हो गई। इन जिलों में दर्जनों लोग लोग घायल भी हुए हैं, कई की हालत गंभीर बनी हुई है।

बिहार वज्रपात से कई लोग झुलस कर जख्मी भी हो गए। इसमें कोसी और पूर्व बिहार के जिलों- सहरसा में छह और मधेपुरा, खगड़िया तथा अररिया जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 17 लोग झुलस गए। सहरसा में एक ही परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई। मिथिलांचल के दरभंगा व मोतिहारी में वज्रपात से पांच लोगों की मौत हो गई। दक्षिण-पश्चिम में भभुआ में दो की मौत हुई और 12 लोग झुलस गए। बेगूसराय में 13 वर्षीय किशोर की मौत हो गई।

उधर, झारखंड के पलामू, हजारीबाग, चतरा और बोकारो में दो-दो लोगों की मौत हुई, जबकि लातेहार और धनबाद में एक-एक व्यक्ति की जान गई।

लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार को बारिश की वजह से उमस और चिपचिपी गर्मी और ज्यादा बढ़ गई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि शनिवार नौ जून को पश्चिमी यूपी में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, धूलभरी आंधी भी चल सकती है। पूर्वी यूपी के भी कुछ हिस्सों में आंधी-पानी का सिलसिला चल सकता है। दस जून को पूरे यूपी में 40 से लेकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने की चेतावनी भी जारी की गई है। 11 जून को पूर्वी यूपी में आंधी-पानी के आसार जताए गए हैं।