नई दिल्ली: देश में पेट्रोल-डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी के लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर बना हुआ है। सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि आम जनता भी इसको लेकर खासे नाराज है। जगह-जगह तेल के बढ़े दामों को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सरकार ने पेट्रोल डीजल के दामें में बड़ा इजाफा करने के बाद कुछ पैसे कम कर लोगों को राहत देने की कोशिश की है। हालांकि चंद पैसों की कमी के बावजूद तेल के दाम काफी अधिक हैं। तेलंगाना में कुछ पैसा कम होना और तेजी से तेल के दामों में बढ़ोतरी को लेकर लोगों ने केंद्र सरकार का विरोध किया है। अपना विरोध जताते हुए एक आम आदमी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 9 पैसे का चेक भेजा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के राजन सिरसिला जिले के रहने वाले चंदू गौड ने पीएम को को पेट्रोल के दाम 9 पैसे घटाने पर चेक भेजा है। बता दें कि चंदू ने जिला कलेक्टर कृष्ण भास्कर को एक कार्यक्रम के दौरान 9 पैसे का चेक दिया जो पीएम रिलीफ फंड में जमा कर किसी काम आ सके।

देश में अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के गिरते दामों का असर देखने को मिल रहा है। आज लगातार सातवें दिन पेट्रोल के दाम घटे हैं। मंगलवार को पेट्रोल 14 पैसे और डीजल 10 पैसे सस्ता हुआ है। कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल और डीजल सबसे सस्ता है। यहां पेट्रोल 77.83 रुपये और डीजल 68.88 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, गिरावट के बाद भी मुंबई में तेल के रेट सबसे ज्यादा हैं। मुंबई में कटौती के बाद पेट्रोल 85.65 रुपये और डीजल 73.33 रुपये प्रति लीटर है। 29 मई से अब तक पेट्रोल पर 63 पैसे और डीजल पर 46 पैसे कम किए गए हैं।

बता दें कि कर्नाटक चुनाव के बाद लगातार 16 दिन तक दाम बढ़ाने के बाद 29 मई को तेल कंपनियों ने तेल के दामों में कमी की थी। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा था कि तेल की कीमतों का निर्धारण तेल कंपनियां करती हैं और उसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है। पेट्रोलियम मंत्री ने बीते बुधवार को पेट्रोल और डीजल के दाम में एक पैसे की कमी को लेकर विपक्ष के ताने पर सफाई देते हुए यह स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ साल से पेट्रोल की कीमत बाजार द्वारा तय होती है और दैनिक कीमतों का निर्धारण पिछले साल से हो रहा है। सरकार कीमतों का निर्धारण नहीं करती है।”