नई दिल्ली: दक्षिणी ओमान और यमन में आए अब तक के सबसे ताकतवर चक्रवात में 6 लोगों की मौत हो गई है और 30 लोग लापता हैं. मेकुनु नाम के इस चक्रवात की वजह से ओमान के सलालाह शहर में एक दिन में ही तीन साल के बराबर बारिश हो गई, जिसके चलते बाढ़ आ गई और सड़कें तबाह हो गई. तेज हवाओं ने स्ट्रीट लाइटों को तोड़ दिया और कई घरों के छप्पर भी उड़ गए.

ओमान में 12 साल की एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई है वहीं सोकोट्रा के येमेनी आईलैंड में दो शव बरामद हुए हैं. सोकोट्रा में तीस से अधिक लोग लापता हैं जिनमें यमन, भारत और सुडान के नागरिक शामिल हैं.

यमन के अधिकारियों ने भी ओमान से लगे पूर्वी हिस्से में चक्रवात से नुकसान की पुष्टि की है. अल-माहरा प्रोविंस के गवर्नर रागे बक्रित ने ट्वीट किया, "तेज हवाओं से कई घर उड़ गए हैं, कम्युनिकेशन लाइनें भी इससे प्रभावित हुई हैं." हालांकि उन्होंने कहा कि प्रोविंस में कोई हताहत नहीं है.

सलालाह में करीब 2 लाख की आबादी है. चक्रवाती तूफान के बाद शहर के कई हिस्सों में बिजली सप्लाई प्रभावित है. यहां सड़कों पर पेड़ों की टहनियां बिखरी पड़ी हैं, कई अंडरपास पानी से भरे हुए हैं और कई कारें सड़कों पर ऐसे ही छोड़ दी गई हैं. शहर के बाहर का सूखा इलाका नदी में तब्दील हो चुका है.

ओमान के मौसम के जानकारों का पूर्वानुमान था कि सलालाह में इस साल 200 मिलिमीटर बारिश होगी जो कि शहर की सालाना बारिश का दोगुना है. हालांकि शहर में एक ही दिन में 278.2 मिलिमीटर बारिश हो गई है जो कि सालाना बारिश का तीन गुना है.

ओमान में बारिश और हवाओं के थमने के बाद भी पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रॉयल ओमान पुलिस के कैप्टन अल-शानफरी ने कम से कम तीन मौतों की पुष्टि की है.