नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्‍तरी लगातार 13वें दिन भी जारी रही. इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की साइट से पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें देखने पर पता लगा कि मुंबई में शनिवार को पेट्रोल की कीमत 85.78 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है जबकि शुक्रवार को यहां पेट्रोल 85.65 रुपये प्रति लीटर था. दिल्‍ली में पेट्राेल 77.97 रुपये, कोलकाता में 80.61 रुपये जबकि चेन्‍नई में पेट्रोल 80.95 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है. वहीं डीजल की बात करें तो मुंबई में शनिवार को डीजल 73.36 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है जबकि कल डीजल 72.20 रुपये था. हालांकि इंडियन ऑयल की साइट पर ये भी लिखा है कि ये कीमतें अलग-अलग आउटलेट के हिसाब से बदल सकती हैं.

पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार तुरंत इसका समाधान निकालने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम मंत्रालय तेल की कीमतों को जीएसटी के अंतर्गत लाने के बारे में सोच रही है ताकि इसकी कीमतों को नीचे लाया जा सके.

आगे उन्होंने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में सरकार ने एक्साइज़ ड्यूटी को 2 रुपये प्रति लीटर घटा दिया था ताकि गरीबों को दिक्कत न हो. इस बार सरकार शॉर्ट व लॉन्ग टर्म समाधान दोनों पर विचार कर रही है.

गौरलतब है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर आलोचना झेल रही मोदी सरकार अब लोगों को राहत देने के मकसद से ओएनजीसी जैसी तेल उत्पादक कंपनियों पर टैक्स लगाने की तैयारी कर रही है. सरकार के इस कदम से पेट्रोल-डीजल के दाम दो रुपये तक कम हो सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दो दिन पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी, जिसके बाद सरकार की तरफ से कहा गया कि वह इसके लॉन्ग टर्म सॉल्युशंस पर काम कर रही है.

भारतीय तेल उत्पादक कंपनियों के लिए कच्चे तेल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरेल तक सीमित की जा सकती है. उन्होंने बताया कि अगर यह योजना अमल में लाई जाती है तो भारतीय ऑयल फील्ड से तेल निकालकर उसे अंतरराष्ट्रीय दरों पर बेचने वाली तेल उत्पादक कंपनियां अगर 70 डॉलर प्रति बैरेल की दर से ज्यादा पर पेट्रोल बेचती हैं, तो उन्हें आमदनी का कुछ हिस्सा सरकार को देना होगा.