लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधायकों को धमकी देने के मामले से हड़कंप मचा हुआ है. पता चला है कि बीजेपी के एक दर्जन विधायकों को व्हॉट्सएप्प से धमकी दी गई है. इनमें बुलंदशहर, बदायूं, सीतापुर, शाहजहांपुर से लेकर गोंडा, बरेली, कानपुर देहात और लखनऊ के विधायक शामिल हैं. एक ही तरह के व्हॉट्सएप्प मैसेज से इन विधायकों से 10-10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई है. पता चला है कि इन बीजेपी विधायकों के अलावा अन्य नेताओं से भी ये रंगदारी मांगी गई है. ये संख्या दो दर्जन तक बढ़ सकती है.

मामले की जांच में एसटीएफ के साथ एटीएस भी लगा दी गई है. सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा है कि जांच हर स्तर पर होगी. हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. बता दें रंगदारी के ये व्हाट्सएप मैसेज बुलंदशहर की अनीता लोधी, सीतापुर के शशांक त्रिवेदी, खीरी के लोकेंद्र प्रताप सिंह, शाहजहांपुर के वीर विक्रम सिंह, गोंडा के विनय द्विवेदी, गोंडा के प्रेम नारायण पांडे, बरेली के श्याम बिहारी लाल, कानपुर देहात के विनोद कटियार, शाहजहांपुर के मानवेंद्र सिंह, बदायूं के आरके शर्मा को रंगदारी न देने पर परिवार समेत जान से मारने की धमकी दी गई है. वहीं बुधवार को कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी को भी धमकी मिली है.

मामले में लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर दी गई है. शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी मैसेज की भाषा एक जैसी है. कई विधायकों की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच में इसके पीछे खाड़ी देश में छिपे अपराधी अली बाबा बुद्धेश के हाथ होने की आशंका जताई है. उधर डीआईजी एलओ प्रवीण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शुरुआती छानबीन में यह हरकत किसी शरारती तत्व की लगती है. फिलहाल जांच की जा रही है.