नई दिल्ली: जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के नेता एचडी. कुमारस्वामी 23 मई को कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे। इससे पहले गठबंधन सरकार के कैबिनेट को लेकर दोनों दलों के शीर्ष नेता माथापच्ची करते रहे। अब उसे अंतिम रूप दे दिया गया है। मुख्यमंत्री को छोड़कर कर्नाटक की नई सरकार में कुल 33 मंत्री होंगे। इनमें से मंत्री कांग्रेस 22 और 11 मंत्री जेडीएस के कोटे से होंगे। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष का पद भी कांग्रेस को मिला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केआर. रमेश कुमार कर्नाटक के नए स्पीकर होंगे। साथ ही कांग्रेस के ही एक अन्य वरिष्ठ नेता जी. परमेश्वर राज्य के नए उपमुख्यमंत्री होंगे। 12 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। लेकिन, कांग्रेस ने अप्रत्याशित तौर पर जेडीएस नेता कुमारस्वामी के सामने मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव रख दिया था। इसके बाद दोनों दलों के बीच गठबंधन सरकार की नींव पड़ी थी। इसके बाद कैबिनेट में दोनों दलों के नेताओं को स्थान देने को लेकर विचार-विमर्श का दौर शुरू हो गया था। कुमारस्वामी ने इस सिलसिले में दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। मंत्री पद के आवंटन को लेकर राहुल ने अलग से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। इससे पहले 16, 15 और 2 फॉर्मूले की बात कही जा रही थी। इसके तहत कांग्रेस को 16 मंत्री पद, जेडीएस को 15 और दो निर्दलीय को भी स्थान देने की बात कही जा रही थी।

बेंगलुरु पहुंचे तेलंगाना के मुख्यमंत्री: कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता को भी दिखाने की कोशिश की जाएगी। कांग्रेस-जेडीएस ने कई राज्यों के मुख्मंत्रियों को इसके लिए आमंत्रित किया है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव 22 मई को ही बेंगलुरु पहुंच गए। उनके अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को भी आमंत्रित किया गया है। चंद्रशेखर राव ने बताया कि 23 मई को हैदराबाद में तेलंगाना के कलेक्टरों की बैठक है, जिसमें उनका शामिल होना जरूरी है। ऐसे में उन्होंने एक दिन पहले ही एचडी. कुमारस्वामी को बधाई देने बेंगलुरु पहुंच गए। उन्होंने बताया कि वह बाद में जेडीएस नेता से मुलाकात करने जरूर आएंगे, लेकिन बुधवार को होने वाले शपथ ग्रहण में समारोह में वह शामिल नहीं हो सकेंगे। चंद्रशेखर राव ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं। कुमारस्वामी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। हमारे पूर्व प्रधानमंत्री एचडी. देवेगौड़ा के आशीर्वाद से कुमारस्वामी जरूर सफल होंगे। यह तो शुरुआत भर है। क्षेत्रीय दल की क्षमता भविष्य का निर्धारण करेंगी।’