नई दिल्ली: केरल में निपाह वायरस से मरने वाले की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे से जहां पूरे देश में हडकंप मच गया है. वहीं दूसरी तरफ बीते वर्ष बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में हुई दर्जनों बच्चों की मौत के मामले में आरोपी डॉ कफील को केरल के सीएम द्वारा निपाह के इलाज के लिए बुलाए जाने का मामला सामने आया है.

गौरतलब है कि बीते वर्ष गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी के चलते इंन्सेफ्लाइटिस से पीड़ित दर्जनों बच्चो की मौत हो गई थी. इसके बाद योगी सरकार ने इन्सेफलाइटिस वार्ड के इंचार्ज डॉ कफील अहमद को तत्काल निलंबित कर दिया था. मामले में उन्हें पुलिस ने आरोपी बनाया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. करीब 7 माह जेल में रहने के बाद बीते 25 अप्रैल को हाईकोर्ट ने डॉ कफील अहमद को जमानत पर जेल से रिहा कर दिया.

इसके बाद डॉ कफील अपनी बहाली को लेकर गुहार लगा रहे हैं. लेकिन उनके खिलाफ चल रही जांच के चलते उन्हें अब तक बहाल नहीं किया गया है. इस बीच डॉ कफील अहमद ने केरल में निपाह वायरस से लगातार हो रही मौत के चलते केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन से केरल आकर मदद की पेशकश की थी. इस पेशकश पर केरल के सीएम पी. विजयन ने न सिर्फ अपने ट्विटर पर इसकी जानकारी देते हुए डॉ कफील द्वारा की गई मदद की पेशकश की जमकर सराहना की, बल्कि उन्हें केरल आकर इलाज में मदद करने की अनुमति भी दे दिए जाने की जानकारी दी है.

केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने ट्वीट कर बताया कि डॉ कफील खान ने प्रदेश के निपाह वायरस से प्रभावित इलाकों में सेवा का निवेदन किया है. इस बड़े खतरे के बीच कई डॉक्टरों ने समाज के लिए सेवा करने का कदम बढ़ाया है. डॉ कफील इन्हीं में से एक हैं. केरल राज्य की सरकार सभी की सेवा का स्वागत करती है. जो भी सहयोग करना चाहते हैं वे स्वास्थ्य विभाग के निदेशक से संपर्क कर सकते हैं या कोझीकोड के सरकारी मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट से मिल सकते हैं. इससे उत्साहित डॉ कफील कलिकट मेडिकल कालेज का रिस्पांस मिलते ही एक-दो दिन के अंदर ही केरल जाने की बात कह रहे हैं.