लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि प्रदेश में सत्ता संभालने के बाद से ही मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी वंचितों, पिछड़ों और दलितों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत हैं। पिछले एक वर्ष के दौरान भारतीय जनता पार्टी भाजपा सरकार ने दो दर्जन के करीब उन गांवों को राजस्व ग्राम घोषित किया था जिनमें बड़ी संख्या में वनटांगिया परिवार रहते हैं। ये वो जाति है जिसे आबादी के बाद से हर प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिला था। माननीय मुख्यमंत्री जी स्वयं इन परिवारों को मुख्यधारा में लाने को संकल्पबद्ध हैं।

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि शुक्रवार को गोंडा जिले के वनटांगिया गांव अशरफाबाद पहुंचकर एक बार फिर माननीय मुख्यमंत्री ने एक बार फिर वंचितों, दलितों के प्रति अपनी सरकार की प्राथमिकता बतायी है। वनटांगिया गांव के विकास और उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़कर प्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी के मूलमंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ को ही साकार किया है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने ही अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों को मिलने वाले छात्रवृत्ति में इजाफा करके इसे तीन हजार रुपए सालाना करने का निर्णय भी लिया है। भाजपा सरकार अभियान चलाकर दलितों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने अधिकारियों को दिया है। इसके लिए अनुभवी अधिकारियों और विशेषज्ञों का एक ‘थिंक टैंक’ भी बनेगा। विकास को हर वंचित के दरवाजे पर ले जाने के लिए प्रदेश सरकार ने शहरी दलितों को मुफ्त बिजली कनेक्शन देने की योजना भी बनाई है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि ऐसे कई जमीनी योजनाओं ने पहली बार समाज के उन तबकों में एक उम्मीद जगाई है जो अबतक किसी भी प्रकार के विकास से कोसों दूर थे। समाज में वंचितों को मुख्यधारा में लाए बिना किसी भी क्षेत्र, प्रदेश के विकास की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। पहली बार प्रदेश की भाजपा सरकार ने वंचितों, पिछड़े और दलितों को विकास में भागीदार बनाया है। इसी से उत्तर प्रदेश के ‘सर्वोत्तम प्रदेश’ बनने की राह भी खुली है।