नई दिल्ली: कर्नाटक की कमान येदियुरप्पा के हाथों में आते ही अब कांग्रेस और जेडीएस को अपने विधायकों के सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. खबर है कि दोनों पार्टियां अपने विधायकों को ईगलटन रिज़ॉर्ट से किसी दूसरी जगह शिफ्ट करने की सोच रही हैं. इस बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जेडीएस के विधायकों को विशाखापट्टनम, जबकि तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव ने उन्हें हैदराबाद में शरण देने का ऑफर दिया है. वहीं सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अपने विधायकों को केरल शिफ्ट करने जा रही है. वहां की लेफ्ट सरकार ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया है.

इससे पहले राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीएस येदियुरप्पा को कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. यहां देखने वाली बात यह भी थी कि येदियुरप्पा के साथ किसी अन्य नेता ने फिलहाल मंत्री पद की शपथ नहीं ली है.

उधर राज्यपाल वजुभाई वाला के इस फैसले के खिलाफ गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित कांग्रेस विधायकों और नेताओं ने विधानसभा के बाहर महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन किया.

येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण को रोकने के लिए कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) ने सुप्रीम कोर्ट में बुधवार रात याचिका दी थी, जिस पर कोर्ट ने बुधवार देर रात सुनवाई की. करीब 3.30 तक चली इस ऐतिहासिक सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण पर तो रोक लगाने से इनकार कर दिया. इस मामले की सुनवाई अब शुक्रवार सुबह 10:30 बजे होगी, जिसमें कोर्ट ने बीजेपी से राज्यपाल को दी गई चिट्ठी मांगी है, वहीं कांग्रेस-जेडीएस से विधायकों की लिस्ट लाने को कहा है.