लखनऊ: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्नाह की तसवीर पर सांप्रदायिक ताकतों द्वारा योजनाबद्ध हंगामा करने और हालात खराब करने की निंदा करते हुए आज मौलाना कलबे जवाद नकवी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्नाह की तसवीर बरसों से लगी हुई है, यह अचानक आज कैसे तसवीर की याद आ गई है? मौलाना ने कहा कि वास्तव में सांप्रदायिक ताकतों को जिन्ना की तस्वीर के बहाने मुस्लिम विश्वविद्यालय को निशाना बनाना था क्योंकि यह लोग विश्वविद्यालय को सहन नहीं कर पा रहे हैं। वे चाहते हैं मुसलमान शिक्षा प्राप्त न कर पायें और जाहिल रहें, ताकि वो उन्हें अपना गुलाम बना सकें और उनकों अपने फायदे के लिये इस्तेमाल कर सकें।
मौलाना ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र बधाई के पात्र है कि जिन्होंने सब्र एवं धैर्य से काम लिया क्योंकि अल्लाह सब्र करने वालों के साथ है। मौलाना ने कहा कि यह एक साजिश के तहत हंगामा किया जा रहा है ताकि विश्वविद्यालय को बदनाम किया जा सके, इस पूरे मामले में हम विश्वविद्यालय और उसके छात्रों के साथ है, यदि छात्र धैर्य एवं सब्र से काम नहीं लेते तो हालात बहुत खराब हो सकते थे। इस मामले में, कुलपति तारिक मसूद की अत्यधिक सराहना की जाती है जिनकी सुझ बुझ और मामला फेहमी के कारण हालात संभल गये,वरना सांप्रदायक ताकतों की साजिश सफल हो गई होती।