लखनऊ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुधवार रात आए आंधी-तूफान ने एक बार फिर कहर बरपाया है. आगरा, मथुरा, इटावा, फिरोजाबाद समेत अन्य जिलों में अंधड़ और बारिश की वजह से 14 लोगों की मौत हो गई जबकि 15 लोग घायल हुए हैं. सरकार ने प्रभावित जिलों में तत्काल रहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.

इटावा में चार, मथुरा में तीन, आगरा, कानपुर में दो-दो, अलीगढ़, हाथरस और फिरोजाबाद में एक-एक की जान चली गई. हालांकि, शासन ने 11 लोगों के मरने और 11 के घायल होने की पुष्टि की है.

आगरा में आंधी की रफ़्तार 68 किमी प्रति घंटे रही. यहां एत्मादपुर में मकान गिरने से दो की मौत हो गई जबकि खंदौली क्षेत्र में तीन बच्चे घायल हो गए. इटावा में 4 और मथुरा में तीन लोगों की मौत हुई. साथ ही दस लोग घायल हो गए. कानपुर देहात व शहर में एक-एक, हाथरस, अलीगढ़ और फिरोजाबाद में भी एक-एक की मौत हो गई. सीतापुर में भी घर की दीवार गिरने से दो बच्चे घायल हो गए.

राजधानी लखनऊ में भी रात 10 बजे के करीब 26 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ़्तार से हवाएं चलीं. हालांकि, किसी भी तरह की जाल्माल की क्षति नहीं हुई है. इस बीच राहत आयुक्त संजय कुमार ने सभी डीएम को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं.

गौरतलब है कि 2 मई को आए आंधी-तूफान में उत्तर प्रदेश में 73 लोगों की मौत हुई थी. अकेले आगरा मंडल में 43 लोगों ने जान गंवाई थी. इतना ही नहीं करीब 160 मवेशी भी मारे गए थे. आंधी-तूफान में सैकड़ों पेड़ धाराशायी हो गए थे, जबकि सैकड़ों बीघा गेंहू की फसल चौपट हो गई थी.