सुल्तानपुर। कटिया लगाकर बिजली चोरी करके अवैध रूप से इन्वर्टर बनाते समय
इन्वर्टर विस्फोट से बुरी तरह जल चुकी एक 12 वर्षीय बच्ची के 2 दिन बाद
लखनऊ ट्रामा सेंटर में मौत से आक्रोशित परिजनों ने बच्ची की लाश लेकर
जिलाधिकारी कार्यालय पर शव रखकर प्रदर्शन किया। बच्ची के परिजनों की मांग
पर जिलाधिकारी विवेक ने कार्यालय से बाहर आकर परिजनों से मिलकर उनके साथ
घटी घटना की पूरी जानकारी ली। परिजनों ने जिलाधिकारी को बताया कि आरोपी
धमकी दे रहे हैं और कोतवाली नगर पुलिस भी हम सब पर दबाव बनाकर आरोपियों
का पक्ष ले रही है। जिलाधिकारी ने सीओ सिटी श्यामदेव और कोतवाल को
निर्देश दिया कि आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा
जाए।

घटना कोतवाली नगर क्षेत्र के ओमनगर(बघराजपुर)की है, जहाँ के रहने
वाले मकदूम गुप्ता पुत्र श्रीराम गुप्ता ने जिलाधिकारी को लिखित
प्रार्थना पत्र देकर बताया कि मेरी 12वर्षीय पुत्री प्रिया 6 मई को बगल
के रहने वाले लक्ष्मी नारायण के घर सुबह 10 बजे गईं थी। जहाँ इन्वर्टर और
बैटरी का अवैध कार्य कटिया लगाकर बिजली चोरी करके किया जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि 6 मई को ही इन्वर्टर फटने से मेरी बेटी बुरी तरह जल गई
थी। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया था। बुधवार 9
मई को लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मकदूम गुप्ता ने पुलिस पर
आरोपी को बचाने का गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब यह घटना घटी तो
कोतवाली पुलिस पहले तो आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने में हीलाहवाली
करती रही लेकिन किसी तरह जनाक्रोश को देखते हुए मुकदमा तो दर्ज कर लिया।
लेकिन मुकदमा दर्ज करने में भी कोतवाली पुलिस ने खेल करने से बाज नहीं
आयी और दी गयी तहरीर से छेड़छाड़ करते हुए रिपोर्ट दर्ज की। मृतका के पिता
ने बताया कि मेरी दी गई तहरीर के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। यही
नहीं पुलिस ने उसी दिन आरोपी को कोतवाली से छोड़ भी दिया। पुलिस की शह
पाकर आरोपी जान से मार देने की धमकी देने लगा और केस वापस लेने का दबाव
बनाने लगा। डीएम ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर को फटकार लगाते हुए
आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का फरमान सुनाया। सीओ सिटी श्यामदेव
ने बताया कि मामला बेहद गम्भीर है। कोतवाल को आदेश दे दिया गया है कि
आरोपियों पर दर्ज मुकदमे में हत्या की धारा बढाकर गिरफ्तारी करें।