लखनऊ: “सचिन वालिया की मौत के लिए जिम्मेदार है योगी सरकार” यह बात आज एस.आर.दारापुरी, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक एवं संयोजक जन मंच ने प्रेस को जारी ब्यान में कही है. उन्होंने कहा है कि कल सहारनपुर में भीम आर्मी के मीडिया प्रभारी सचिन वालिया को गोली लगने की परिस्थितियाँ जिला प्रशासन ने स्वयम पैदा कीं थीं जबकि भीम आर्मी के सदस्यों को देख लेने की धमकियाँ लगातार मिल रहीं थीं जिसकी सूचना प्रशासन को बराबर दी जा रही थी. भीम आर्मी ने महाराणा प्रताप जयंती पर हिंसा होने की आशंका व्यक्त की थी तथा जिला प्रशासन से जुलूस आदि निकालने की अनुमति न देने का अनुरोध किया था परन्तु इसके बावजूद जुलूस निकालने की अनुमति दी गयी जिसका परिणाम सबके सामने है. यह भी ज्ञातव्य है कि गत वर्ष भी इसी प्रकार महराणा प्रताप जयंती के जुलूस को लेकर ही शब्बीरपुर में दलितों पर हिंसा हुयी थी. अतः यह अपेक्षित था कि गत वर्ष के अनुभव और भीम आर्मी को धमकियों और राजपूतों द्वारा जुलूस निकालने की अनुमति न देने के अनुरोध के परिपेक्ष्य में इस वर्ष जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी परन्तु इसके बावजूद राजपूतों को जुलूस निकालने की अनुमति दी गयी जिसके दौरान सचिन वालिया को गोली मार दी गयी जिसके लिए जिला अधिकारी सीधे तौर पर ज़िम्मेदार है.
अतः जन मंच मांग करता है कि तनावपूर्ण परिस्थितियों में जुलूस की अनुमति देने वाले जिला अधिकारी को तुरंत हटाया जाये और उसे निलंबित किया जाये. सचिन वालिया की हत्या के लिए दोषी चार नामज़द अभियुक्तों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाये तथा वालिया के परिवार को 20 लाख का मुयाव्ज़ा दिया जाये. इसके साथ ही भीम आर्मी के सदस्यों को उचित सुरक्षा प्रदान की जाये ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे.