लखनऊ:उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि महिलाएं स्वभाव से ही मेहनती एवं स्वावलंबी होती हैं। महिलाएं आज सभी क्षेत्रों में पुरूषों से आगे बढ़ रही हैं। महिलाओं के डी0एन0ए0 में ही उद्यम होता है। उन्होंने कहा कि जो काम महिलाएं कर सकती हैं वह पुरूष नहीं कर सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवसाय के साथ-साथ सेना, पुलिस, पायलट आदि बनकर देश की सेवा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो को भी महिलाएं संचालित कर रही हैं।

राज्यपाल राम नाईक आज राजभवन के गांधी सभागार में फिक्की एफएलओ लखनऊ-कानपुर चैप्टर द्वारा आयोजित समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। समारोह में राज्यपाल ने प्रथम भारतीय नोबल पुरस्कार विजेता रबीन्द्र नाथ टैगोर की 157वीं जयंती पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनकी रचनाओं पर प्रकाश डाला। राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 2016-17 के दीक्षांत समारोह में कुल 15.60 लाख विद्यार्थियों को उपाधियाँ दी गयीं जिसमें 51 प्रतिशत छात्रायें थी। इससे यह प्रमाणित होता है कि आज लड़कियाँ लड़कों से अधिक पढ़ रही हैं। यह स्थिति पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा प्रारम्भ किये गये ‘सर्व शिक्षा अभियान’ एवं वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं’ योजना के कारण है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की यह प्रगति हमारे लिए शुभ है।

श्री नाईक ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कौशल विकास के कार्यक्रम चलाएं जा रहे हैं। फिक्की जैसी संस्थाओं को भी इसे अपनाना चाहिए जिससे अधिक से अधिक लोगों को प्रशिक्षण देकर रोजगार एवं व्यवसाय से जोड़ा जा सके। राज्यपाल ने कहा कि किसी भी काम को करने से पहले एक सुनियोजित योजना बनानी चाहिए जिससे सफलता प्राप्त होना सुनिश्चित हो सके। राज्यपाल ने ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ के श्लोक का अर्थ बताते हुए कहा कि जो निरंतर चलता रहता है उसका भाग्य भी चलता रहता है। उन्होंने कहा कि जीवन में चलते रहने से सफलता अवश्य मिलती है।

महिला कल्याण एवं पर्यटन मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि फिक्की लगातार तेजी से महिलाओं के लिए कार्य कर रहा है। संस्था महिला उद्यमियों को बढ़ावा देकर उन्हें स्वावलम्बी बनाने के लिये कार्य कर रही है। केन्द्र एवं राज्य की सरकार महिलाओं के लिए कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश सरकार महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के साथ ही उनकी सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रख रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर स्तर पर महिलाओं के विकास के लिए कटिबद्ध है।

महापौर लखनऊ डाॅ0 संयुक्ता भाटिया ने कहा कि महिलाओं को पर्याप्त अवसर मिलना चाहिए। महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। महापौर ने कहा कि महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए राज्यपाल के ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ के सिद्धांत पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यपाल हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

एफएलओ लखनऊ-कानपुर चैप्टर की चेयरपर्सन श्रीमती रेणुका टंडन ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि फिक्की एफएलओ महिलाओं के जीवन को बदलने में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भूमिका को सशक्त करना ही उनका ध्येय है।

एफएलओ लखनऊ-कानपुर चैप्टर की चेयरपर्सन श्रीमती रेणुका टंडन ने राज्यपाल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने इस अवसर पर संस्था की ओर से सुश्री अर्चना, सुश्री सुनीता, सुश्री सबीहा एवं सुश्री नसरीन को आटो ई रिक्शा की चाभी भेंट की तथा उन्हें झण्डी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में फिक्की एफएलओ की राष्ट्रीय प्रमुख श्रीमती रति ढांढनिया मुंद्रे सहित बड़ी संख्या में संस्था की पदाधिकारीगण भी उपस्थित थीं। इस अवसर पर अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे।