लखनऊ: हर तरह के भूभण्डारों के दोहन और विसंगतियों की बदौलत हम पर्यावरण प्रदूषण की किन विस्फोटक स्थितियों के मुहाने पर खड़े हैं, इसका आकलन व आभात भी यहां संगीत नाटक अकादमी गोमतीनगर परिसर में चल रहा लखनऊ पुस्तक मेला कराता है।

पुस्तक मेले के 72 स्टालों में लगभग हर विषय की किताबें हैं लेकिन सेंटर फार साइंस एण्ड इन्वायर्नमेण्ट दिल्ली के स्टाल नम्बर सात पर उपलब्ध हिन्दी-अंग्रेज़ी की किताबें और डाउन टू अर्थ पाक्षिक व मासिक के ‘क्या हम इलेक्ट्रानिक कचरे को सम्भालने को तैयार हैं’, ‘पैदावार बढ़ाने में मददगार यूरिया से नाइट्रोजन प्रदूषण खतरनाक स्तर पर…’, ‘वनवासियों से टकराव क्यों हो रहा ह़ै’ जैसे बहुत से लेख हमें सकारात्मक दिशा में सोचने को मजबूर करते हैं। यहां सुनीता नारायण की पर्यावरण की राजनीति जैसी पुस्तक है तो दिल्ली में हुए प्रयोगों के आधार पर शहरों में वर्षा जल संग्रहण सरीखी मार्गदर्शिका, स्कूलों के लिए हाउ ग्रीन इज योर स्कूल?, विद्यार्थियों के लिए जंक फूड बस्टेड- वाय एण्ड हाउ और आम जन के लिए मेरा पड़ोस कितना हरा भरा है? व कोला कंपनियों से संघर्ष की कहानी जैसी रचनाए हैं।

‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ थीम पर चल रहे लखनऊ पुस्तक मेले की शुरुआत आज छुट्टी के दिन खुशनुमा मौसम में लोगों की अच्छी आमद से हुई और शाम से रात तक खासी भीड़ रही। संयोजक मनोज सिंह चंदेल ने बताया कि विविधता भरे इस पुस्तक मेले में कल शाम पर्वतारोडी अरुणिमा सिन्हा को साई दिल्ली के निदेशक राजीव सरीन व अन्य अतिथियों की उपस्थिति में शान ए लखनऊ सम्मान से नवाजा जायेगा। इस अवसर पर साई लखनऊ की अधिशाषी निदेशक रचना गोविल, अंतर्राष्ट्रीय रेफरी वाटर स्पोटर््स सुधीर शर्मा, प्रदेश ओलम्पिक संघ के उपाध्यक्ष टीपी हवेलिया और पैनल डिस्कशन के लिए आमंत्रित ओलम्पियन सैयद अली आदि उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही कल सुबह 11 बजे से बच्चों के लिये दो वर्गों में पर्यावरणीय विषयों पर चित्र प्रतियोगिता होगी।

अंकुरम शिक्षा महोत्सव के तहत आज जितेश के मंच संचालन में मंच पर लखनऊ से सरकारी प्राथमिक विद्यालय मोअज्जमनगर की शिक्षिका डा. विभा निगम के निर्देशन में शोएब, हर्षित, अरशद, सनी, आदर्श, मीनाक्षी, काजल ने योग करके दर्शकों को योग के लाभ बताए। लक्ष्मी और शहाना ने नृत्य प्रस्तुत किया। साथ ही सरकारी प्राथमिक विद्यालय भीखमपुरवा की शिक्षिका रोली शुक्ला के नेतृत्व में मोहिनी, कीर्ति, वंतिका, निधि, कविता, सामिया, अनीशा, नर्गिस, अंजलि, तमन्ना ने नुक्कड़ नाटक और गायन प्रस्तुत किया। दीक्षा अग्रवाल, दक्ष श्रीवास्तव, यथार्थ, अंश, भव्या सेठ, अन्नया दिवेदी, श्रीजाम्या के डांस ने सबको बांधे रखा। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री प्रवीर कुमार, अध्यक्ष राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। शाम के आयोजन में डिजिटल इनिशिएटिव विषय पर विशेषज्ञ के रूप में राकेश प्रताप सिंह, वेद प्रकाश, राजीव त्रिपाठी और आई केयर इण्डिया के मिशन लीडर अनूप गुप्ता ने विचार रखे। साथ ही ओपन माइक सेशन में युवाओं ने भी अपना हुनर दिखाया।

आज सुबह मंच पर ईशा फाउण्डेशन के अध्यात्मिक कार्यक्रम के बाद शाम को कवयित्री व बाल साहित्यकार शीला पाण्डेय के साहित्य पर यहां भोपाल से आए रचनाकारों के संग ही अन्य वक्ताओं ने प्रकाश डाला। लेखक से संवाद कार्यक्रम कं अंतर्गत संतोषकुमार कौशिक लोगों से रूबरू हुए।