नई दिल्ली: सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने अपने निवेशकों और यूजर्स को आगाह किया है कि भविष्य में डेटा लीक जैसी और भी घटनाएं सामने आ सकती हैं. फेसबुक का कहना है कि इसके लिए उसे पहले से तैयार रहना चाहिए. फेसबुक ने यह जानकारी अमेरिकी सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन की रिपोर्ट में दी है. फेसबुक ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसी घटनाएं सामने आती हैं तो साइट को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.

फेसबुक दुनियाभर में डेटा लीक को लेकर विवादों में रहा है. 8 करोड़ से ज्यादा यूजर्स के डेटा में क्रैंबिज एनालिटिका की सेंधमारी के बाद भी मार्क जुकरबर्ग अभी तक डेटा की पुख्ता सुरक्षा को लेकर कोई ठोस पॉलिसी या नियम नहीं बता पाए हैं. अब खबर है आ रही है कि फेसबुक ने अपने यूजर्स को अलर्ट करते हुए कहा है कि भविष्य में डेटा लीक जैसी और भी घटनाएं सामने आ सकती हैं.

फेसबुक ने यूजर्स और निवेशकों अलर्ट करते हुए कहा कि डेटा लीक के और भी मामले हो सकते हैं. कंपनी की पॉलिसी के खिलाफ डेटा का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. कंपनी ने ये भी कहा है कि चुनावी कैंपेन, अनचाहे विज्ञापन और गलत जानकारी फैलाने के लिए डेटा का गलत इस्तेमाल हो सकता है.

फेसबुक ने आगे कहा कि गलत इस्तेमाल जैसे मामलों से हमारी कानूनी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इन बातों का जिक्र फेसबुक ने क्रैंबिज एनालिटिका का नाम ना लेते हुए अमेरिकी सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन को दी गई रिपोर्ट में किया है. फेसबुक ने रिपोर्ट में कहा है कि डेटा सिक्योरिटी को लेकर कंपनी अपनी ओर से हर तरह की कोशिश कर रही है, लेकिन मीडिया और थर्ड पार्टी की ओर से इस तरह की गतिविधियां सामने आ रही हैं, जिसमें डेटा लीक जैसी समस्या आ सकती है.

मार्क जुकरबर्ग का कहना है कि डाटा का गलत इस्तेमाल होने पर हमारे यूजर्स का भरोसा कम हो सकता है, ब्रैंड इमेज घट सकती है और बिजनेस पर भी असर पड़ सकता है. फेसबुक ने कहा कि सेफ्टी और कंटेंट रिव्यू के लिए वह पूरी कोशिश कर रहा है और इसके लिए वह पैसे भी खर्च कर रहा है. इससे डेटा के गलत इस्तेमाल को रोकने में सहायता मिलेगी.

आरोप है कि अमेरिका में 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान करीब 8 करोड़ फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डेटा का गलत इस्तेमाल हुआ. इस चुनाव के बाद डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे. जकरबर्ग ने इस मामले में गलती मानते हुए फेसबुक यूजर्स से माफी मांगी थी.